पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). पिछले दो दिनों से मावल तहसील में हो रही बारिश के चलते परिसर का आंद्रा व पवना डैम सौ फीसदी भर चुका है, जबकि वडिवले और कासारसाई डैम भी पूरे भरने की कगार पर है. पवना डैम से सोमवार तक 3350 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. पवना डैम के पानी का प्रवाह देखते ही बन रहा है. छोटे डैम के अलावा पवना, आंद्रा, वडिवले व कासारसाई डैम में पर्याप्त पानी जमा होने से पानी की चिंता खत्म हो गई है.
मावल तहसील और पिंपरी-चिंचवड़ का प्यास बुझाने वाले पवना डैम ओवर फ्लो हो गया है. इस वजह से डैम से नदी में शनिवार को 2208 और सोमवार तक 3350 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. चार प्रमुख डैम पवना, आंद्रा, कासारसाई व वडिवले से मावल, मुलशी और हवेली तहसील क्षेत्र में वाटर सप्लाई होती है. जरूरत पड़ने पर अन्य जगहों से भी वाटर सप्लाई की जाती है. देहू और आलंदी तीर्थस्थलों को वाटर सप्लाई करने वाले वडिवले डैम परिसर में 2613 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इस डैम में 1.05 टीएमसी पानी एकत्र हुआ है और यह 98.19 प्रतिशत भर चुका है.
2.92 टीएमसी क्षमता वाले आंद्रा डैम सौ फीसदी भर चुका है. 82.75 दस लाख घनमीटर पानी जमा हो चुका है. इस डैम परिसर में 738 मिमी बारिश दर्ज की गई. पवना डैम क्षेत्र में पड़ने वाले मावल, मुलशी और हवेली तहसील के सूखे भागों में जोरदार बारिश हो रही है. 8.51 टीएमसी की क्षमता वाला यह डैम पूरा भर चुका है. पवना डैम क्षेत्र में 2364 मिली बारिश दर्ज की गई है. जलसंसाधन विभाग ने कहा है कि बारिश के मुताबिक पानी कम या ज्यादा छोड़ा जाएगा.
– वडिवले डैम की मरम्मत को मंजूरी
वडिवले डैम 1978 में बनाया गया था. इसकी क्षमता 1.44 टीएमसी है. आलंदी और देहू को इसी डैम से वाटर सप्लाई होती है. डैम में लीकेज पर जलसंसाधन विभाग का ध्यान गया. लीकेज से डैम को कोई खतरा नहीं था उसके बावजूद लीकेज बद करने के लिए राज्य सरकार ने मरम्मत कार्य को तुरंत मंजूरी दे दी. 40 वर्ष पुराने इस डैम में इस बार एक टीएमसी से अधिक पानी जमा हुआ है. आलंदी, देह जैसे तीर्थस्थलों को इस डैम से पानी मिलता है.