दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). पाकिस्तान की घुसपैठ के खिलाफ भारतीय सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तोपों से पाकिस्तान की कई चौकियों को तबाह कर दिया है. मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को बताया कि इस चौकी को आतंकवादियों की घुसपैठ मे मदद करने पर ये कार्रवाई की गई है. 6 मई को पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर एलओसी पार करके गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर हमला किया था और इस हमले में दो जवान शहीद हुए थे. इसके बाद शहीद जवानों के शव के साथ बर्बरता की थी. इसका बदला लेते हुए भारतीय सेना ने नौ मई पाकिस्तान के नौशेरा में पाक की चौकी को तबाह कर दिया था. सेना ने 9 मई को किए गए इस ऑपरेशन में रॉकेट लॉन्चर्स, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, ऑटोमेटेड ग्रैनेड लॉन्चर्स का इस्तेमाल किया गया.
वहीं भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने नियंत्रण रेखा के नजदीक नौशेरा सेक्टर के पास स्थित पाकिस्तानी सेना के पोस्ट को तबाह करने के भारतीय सेना के दावे को खारिज कर दिया है. बासित ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि पाकिस्तान सरकार की ओर से इस बारे में कोई रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है. इसलिए शेखी बघारने की जरूरत नहीं है. दोनों देशों को चाहिए कि वह शांतिपूर्ण तरीके से मुद्दे को हल करे.
एक्सपर्ट का कहना है कि भारतीय सेना के इस हमले में पाकिस्तान के 20 से 25 सैनिकों के मारे जाने की संभावना है, क्योंकि अमूमन एक पोस्ट में एक वक्त में तकरीबन इतने ही सैनिक रहते हैं.
अशोक नरूला ने बताया कि एलओसी पर हमारा कब्जा है और नौशेरा में हुई कार्रवाई का 24 सेंकेड का वीडियो जारी कर दिया है. सेना का कहना है कि जम्मू-कश्मीर से 100 किलोमीटर दूर नौशेरा में सेना ने पाकिस्तानी चौकियों के खिलाफ कार्रवाई की है. पाकिस्तान की ओर से बर्फ पिघलने से और दर्रें पिघलने से घुसपैठ की आशंका है.
सेना ने इस मामले में 24 सेकंड का वीडियो जारी किया है. जिसमें यह दिखाई दे रहा है कि किस प्रकार सेना ने पाकिस्तानी पोस्ट को ध्वस्त कर दिया हैं. इस दौरान करीब 21 ब्लास्ट हुए और पाकिस्तान की पोस्ट पूरी तरह बर्बाद हो गई.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी की तरफ से हो रही गोलाबारी से भारत के गांवों को भी भारी नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश की सीमा पर घुसपैठ रोके. नरूला ने बताया कि हमने हाल में नौशेरा में जो कार्रवाई की है वह घुसपैठियों के खिलाफ ही थी. यह कार्रवाई हमारी आतंकवाद विरोधी अभियान का हिस्सा है.
सेना का कहना है कि हम कश्मीर में अमन और शांति चाहते हैं. हम इसके लिए सीमा पर घुसपैठ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आतंकियों की संख्या कम से कम हो और राज्य के युवा गलत राह पर न चलें. हम आतंकियों को रोकने के लिए सीमा पर इस तरह की कार्रवाई करते रहते हैं.
गौरतलब है कि 6 मई की सुबह पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर एलओसी पार करके गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर हमला किया था और इस हमले में दो जवान शहीद हुए थे. भारतीय शहीदों के शवों के साथ पाकिस्तान ने बर्बरता की थी. उस वक्त सेना ने साफ किया था कि इस हमले का माकूल जवाब जरूर दिया जाएगा.