पुणे (तेज समाचार डेस्क). महापालिका के सभागृह नेता श्रीनाथ भिमाले व कांग्रेस के गुटनेता अरविंद शिंदे के बीच हाल ही में आम सभा में झगड़ा हुआ था. भिमाले द्वारा शिंदे के लिए इस्तेमाल किए अपशब्द को लेकर शिंदे ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी. बाद में भिमाले ने भी शिंदे की शिकायत पुलिस में दर्ज की थी. बाद में यह मामला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दरबार में जा पहुंचा था. अब यह मामला कोर्ट में जा पहुंचा है. शिंदे ने 25 करोड़ तो भिमाले ने 101 करोड़ का दावा कोर्ट में दाखिल किया है. इस कारण आगे भी इस मामले के और भी गरमाने के आसार दिखाई दे रहे हैं.
– मनपा कर्मी को मारपीट करने से उठा था मुद्दा
ज्ञात हो कि विगत हफ्ते अतिक्रमण कार्रवाई करने के लिए गए मनपा के अतिक्रमण निरीक्षक से एक व्यापारी ने उसके कार्यालय में घुसकर मारपीट की थी. चर्चा है कि यह व्यापारी भिमाले का करीबी है. मारपीट करने की वजह से संबंधित कर्मी ने पुलिस में शिकायत की थी. उसके बाद इसी कर्मी के खिलाफ हफ्ता मांगने का गुनाह दर्ज कराया गया था. इस वजह से शिंदे ने आम सभा में पूछा था कि गलत तरीके से इस कर्मी पर गुनाह दाखिल किया है. इस पर मनपा प्रशासन ने कौन सी कार्रवाई की है. इसी तरह से अगर मनपा में आकर कर्मियों से मारपीट की जाएगी, तो मनपा कर्मियों का मनोबल गिरेगा. इस पर राजनेता चुप क्यों हैं, ऐसा सवाल शिंदे ने किया था. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग भी उन्होंने की थी. भिमाले ने इस्तेमाल किए अपशब्द को लेकर शिंदे ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी. बाद में भिमाले ने भी शिंदे की शिकायत पुलिस में दर्ज की थी. अब यह मामला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दरबार में जा पहुंचा थी. मुख्यमंत्री ने भी इसकी गंभीरता दखल ली थी. अब यह मामला कोर्ट में जा पहुंचा है. शिंदे ने 25 करोड़ तो भिमाले ने 101 करोड़ का दावा कोर्ट में दाखिल किया है. भिमाले द्वारा शिंदे को भेजी गयी नोटिस में कहा गया है कि शिंदे आगामी 2 दिन में जाहिर माफी मांगे, वरना उन पर यह दावा चलता रहेगा.
इस बीच अरविंद शिंदे का समर्थन करने के लिए पूरी शहर कांग्रेस उतर आयी है. शहर कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों ने आज महापौर मुक्ता तिलक से मुलाकात की. साथ ही इस पर हल निकालने की मांग भी कांग्रेस की ओर से की गई है.