धुलिया (तेज़ समाचार के लिए वाहिद ककर ):मार्च 2015 से ‘पेसा’ कानून का अंमल जिलेमे होने के बावजूद, और पेसा क्षेत्र मे अनु. जनजाती शिक्षकों के पद रिक्त होते हुए भी आंतरजिला तबादलेमे एक भी आदिवासी शिक्षकों का तबादला नही हुआ! पेसा कानून आदिवासियों के हितमे होनेपर भी उसका दुरूपयोग होने का आरोप जिला प्रशासनपर लगाते हुए, ”पेसा’ हक के लिये आंतरजिला तबादलाग्रस्त स्थानिय जनजाती शिक्षक जिला परिषद के सामने आंदोलन कर रहे है!
इस साल पहली बार राज्य सरकारने शिक्षकों के तबादले आॅनलाईन करने का फैसला लिया! और जून 2017 मे धुलिया जिला परिषदने तबादले की प्रक्रिया चलाई! जिसमे लगभग 200 जादा तबादले किये गये! जिसमे पेसा क्षेत्र मे 77 रिक्त जगहों के बावजूद स्थानीय जनजाती शिक्षकोंके तबादले नही हुए! जिसके चलते जिला प्रशासन के विरोध मे आदिवासी शिक्षक ‘पेसा’ हक के विरोध मे जिला परिषद के सामने आंदोलन कर रहे है!
स्टेटमेंट – पेसा कानून का प्रभावी अंमल करके, स्थानीय जनजाती शिक्षकों को न्याय मिलना चाहिए! अन्यथा आंदोलन अधिक तेज किया जायेगा!
मनोज पावरा, राज्य संघटक आदिवासी शिक्षक संघटना, महाराष्ट्र राज्य