दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि) मंदिर और बाबरी मस्जिद का मुद्दा हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है फिर चाहे वो बात वोट बैंक की हो या सत्ता में जगह पाने की, हर हर राजनेता किसी न किसी तरह इस मुद्दे को भुनाने से पीछे नहीं हटा है, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे को बातचीत से हल करने का निर्देश दिया है जिसपर अब सभी पार्टियों की प्रतिक्रियाएं आ रही है जिसको लेकर सियासत गरमाती हपई नजर आ रही है. जहां एक तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी राम मंदिर बनाने के पक्ष में है लेकिन संविधान के साथ तो वहीं कांग्रेस के नेता राजीव शुक्ला का कहना है कि कोर्ट का फैसला सर्वमान्य है. इसके साथ ही माकपा के महासचिव सीताराम यैचुरी की राय अलग है उनका कहना है कि अगर बातचीत से बात बनती तो मामला कोर्ट जाता ही नहीं.