कानपुर ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – कानपुर का नाम देश के कौने कौने तक पहुंचाने वाली लोहिया मशीन्स लिमिटेड एक बार फिर से अपने प्रसिद्ध एल एम् एल स्कूटर का उत्पादन प्रारंभ करेगी. लगभग दस महीने से बंद पड़ी इस कंपनी को नीलाम कर दिया गया है.
रिमझिम इस्पात लिमिटेड के मालिक योगेश अग्रवाल ने सबसे ऊंची बोली लगाकर 243 करोड़ में एलएमएल का स्वामित्व प्राप्त किया है. लोहिया मशीन्स लिमिटेड को खरीदने के लिए योगेश अग्रवाल के अलावा चार अन्य उद्योगपतियों ने बोली लगाई, इनमे नील इंडस्ट्रीज के निदेशक, सुबोध अग्रवाल ने 241 करोड़ रुपए , पैनम स्टील के प्रबंध निदेशक प्रवीण नेमानी ने 180 करोड़ रुपए ,लोहिया स्टारलिंगर के प्रबंध निदेशक राजीव लोहिया ने 151 करोड़ रुपए एवं डाल्फिन डेवलपर्स लि.के प्रबंध निदेशक विश्वनाथ गुप्ता ने 142 करोड़ रूपए कि बोली लगाई. वर्ष 1982 में स्थापित की गई लोहिया मशीन्स लिमिटेड का विधिवत उद्घाटन वर्ष 1985 में हुआ था. देश भर में तकीनीकी के नाम पर धूम मचा देने वाले इस संस्थान की सुनवाई एनसीएलटी यानी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में चल रही थी.
लोहिया मशीन्स लिमिटेड कंपनी पर कर्मचारियों, बैंकों और अन्य 10 वित्तीय संस्थानों का करीब 350 करोड़ रुपए बकाया है. इसमें 105 करोड़ मूलधन और शेष ब्याज की रकम है. दिवालिया होने के बाद विगत वर्ष 20 मई को बैंकिंग दिवालिया कोड के तहत यह मामला एनसीएलटी गया. एनसीएलटी ने समाधान के लिए 24 फरवरी 2018 तक का समय निर्धारित किया था. 22 जनवरी को नीलामी के प्रथम चरण एवं 2 फरवरी को दुसरे व अंतिम चरण कि प्रक्रिया पूरी की गई.
सूत्रों के अनुसार लोहिया मशीन्स लिमिटेड के नए मालिक रिमझिम इस्पात एलएमएल को नए सिरे से खड़ा करने की तैयारी कर रही है. पूरी कंपनी का रिवाइवल प्लान बनाया जा रहा है. एलएमएल की सबसे बड़ी ख़ास बात यह है कि उसका ‘ब्रांड नेम’ देश भर में प्रख्यात है. रिमझिम इस्पात के पास एलएमएल के सारे एसेट्स, संपत्ति और कंपनी ब्रांड का भी स्वामित्व आ जाने से कोलेब्रेशन के साथ नए सिरे से कंपनी को खड़ा किया जाएगा.
इसे मात्र अजब संयोग ही कहेंगे कि एलएमएल जैसी कंपनी ने उस समय के सरताज बजाज स्कूटर को केवल टेक्नोलॉजी व स्टाइल के दम पर मात दी थी. किन्तु बाद में खुद की टेक्नोलॉजी अपग्रेड न करने की वजह से एल एम् एल स्कूटर बाजार से बाहर हो गई .
एल एम् एल स्कूटर के पास दादानगर में एलएमएल के पास अनुमानित 400 करोड़ रुपए कीमत की 70 एकड़ जमीन, नरीमन प्वाइंट मुंबई में 2500 वर्गफिट का कोर्पोरेट ऑफिस एवं कानपुर फैक्ट्री में करोड़ों की मशीनरी और 100 कर्मचारी हैं कार्यरत हैं.