पुणे (तेज समाचार डेस्क). फेज वाइज काम करने पर उनका भरोसा नहीं है. जब भी फेज वाइज काम करने जाते हैं, तब काम अटक जाता है. ऐसा अनुभव उनका रहा है. पालकमंत्री अगर रिंग रोड़ का काम फेज वाइज करने का निर्णय लेते हैं तो वो उसमें अग्रणी भूमिका ले सकते हैं. लेकिन 80 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण होने के अलावा कोई भी काम ना करें, ऐसे निर्देश केंद्रीय मंत्री नीतिन गड़करी ने दिए हैं. इससे रिंग रोड़ के काम को लेकर प्रश्नचिन्ह उठ रहा है.
– केंद्र सरकार 10 हजार करोड़ देगी
केंद्र सरकार के 4 सालों का लेखाजोखा पेश करने के लिए केंद्रीय मंत्री नीतिन गड़करी पुणे दौरे पर थे. इस अवसर पर रिंग रोड़ पर उन्हें सवाल किए गए. तब उन्होंने उक्त प्रतिपादन किया है. नीतिन गड़करी ने कहा कि पुणे शहर के आसपास से जो 110 करोड़ का रिंगरोड़ गुजरनेवाला है, उसका काम फेज वाइज करने को लेकर उनका भरोसा नहीं है. ऐसा काम करने से काम अटक जाता है. ऐसा उनका अनुभव रहा है. इस वजह से पीएमआरडीए पहले भूमि अधिग्रहण का काम पूरा करे. उसके बाद ही रोड़ का काम किया जाएगा. उसके लिए केंद्र सरकार 10 हजार करोड़ देने के लिए भी तैयार है. फिर भी अगर पालकमंत्री फेज वाइज काम करना चाहते हैं, तो उसे उनकी ना नहीं है. गड़करी ने आगे कहा कि पुणे-सातारा सिक्स लेन के 128 किमी का काम पूरा हो चुका है. और 12 किमी का काम शेष रहा है. ये काम भी 5 दिसंबर तक पूरे किए जाएंगे. पुणे से पंढरपुर पालकी मार्ग का काम भी छह माह पहले केंद्र सरकार के पास आया था. उसे भी अब जल्द ही पूरा किया जाएगा.