धुलिया (वाहिद काकर) पिछले काफी दिनों से शहर में बच्चा चुरानेवाले गिरोह के सक्रीय होने के कारण आम नागरिकों में दहशत का वातावरण है. इसी दहशत के चलते बच्चा चुरानेवाले गिरोह का सदस्य होने के शक में दो दिन पहले ही आकाश पावरा नामक एक युवक का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था, लेकिन आकाश ने स्वयं ही पुलिस थाने पहुंच कर अपनी पहचान बताई. इसके बाद पुलिस ने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील नागरिकों से की थी. लेकिन लोगों के मन में बच्चा चुरानेवाले गिरोह का डर इस कदर काबिज था कि रविवार को लोगों की भीड़ ने बच्चा चुरानेवाला गिरोह समझ कर सोलापुर के पांच लोगों को पीट-पीट कर मार डाला. अभी इस घटना को कुछ घंटे ही बीते थे कि एक और सनसनीखेज मामला सामना आया है. यहां कुछ बच्चों ने अपने ही अपरहण की झूठी कहानी बुन कर परिवार और पुलिस को सकते में डाल दिया.
शहर पुलिस निरीक्षक दिलीप गांगुर्दे ने बताया कि रविवार की दोपहर श्रीराम नगर मिल परिसर के 12 से 14 साल उम्र के तीन बच्चों ने घर से भागने का प्लान बताया. इन तीनों में से एक ने अपनी बुआ के डिब्बे में रखे 200 रुपए चुराए. इसके बाद ये तीनों मित्र पारोला रोड से टैक्सी से जलगांव निकल पड़े. दोपहर को 12 साल के बच्चे को घर की याद और भूख सताने लगी, तो वह रोने लगा. एक टैक्सीवाले ने जब उस बच्चे को रोता देखा और तीनों को उनके घर धुलिया छोड़ा. घर पहुंच कर इन तीनों ने अपने किडनैप होने की झूठी कहानी अपने परिवारवालों को सुनाई. तीनों के परिजनों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों के लेकर थाने पहुंच गए. यहां भी तीनों ने वही कहानी सुनाई. बच्चों ने बताया कि किडनैपर उन्हें क्लोरोफॉर्म सुंघा कर अपने साथ ले गए और बाद में अमलनेर में छोड़ दिया. लेकिन पुलिस को तीनों की कहानी पर शक हुआ और पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की. इस समय बच्चों का झूठ पकड़ा गया और फिर तीनों ने स्वीकार किया कि परिजनों की डाट से बचने के लिए उन्होंने यह झूठी कहानी गढ़ी.
थाना प्रभारी पुलिस अधिकारी ने बच्चों के बयान कलम बंद कर उन्हें परिजनों को सौप दिया है. साथ ही पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि शहर में बच्चा चुरानेवाला कोई गिरोह सक्रीय नहीं है. लोग किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून को अपने हाथों में न लें. साथ ही पुलिस ने अपील की है कि यदि किसी को भी कोई संदेहास्पद व्यक्ति दिखाई देता है, तो कानून अपने हाथ में न लेते हुए पुलिस को सूचित करें.