जामनेर (तेज समाचार प्रतिनिधि) 70 करोड़ की लागत से पूरे शहर में बनाई जा रही सुरंगी नालियों की परियोजना के दौरान चेंबर्स निर्माण के लिए बीचोबीच सड़कों को उखाड़ दिया गया है और करीब 2 फीट गहरी नालियां बनाई गई है. 112 किलोमीटर लंबी सड़कों को खोदे जाने और वहां पुन: सड़क बनाने के लिए मिट्टी डाली गई है. बारिश का मौसम होने के कारण खुदी हुई सड़क पर डाली गई इस मिट्टी ने अब कीचड़ का रूप ले लिया है. इस कारण इस परिसर में वाहनों के साथ ही पैदल चलना भी काफी मुश्किल हो गया है.
– बनाई जा रही अंडरग्राउंड नालियां
सूत्रों के मुताबिक अंडरग्राउंड नालियों के बाद इस सड़क का कॉंक्रिटीकरण किया जाना है. इसलिए इन्हें खोदा गया है. लेकिन इन दिनों हो रही बारिश के कारण यहां हालात काफी बदतर हो गए है. सड़कों पर जलजमाव हो रहा है. दूर से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि शहर पानी पर तैर रहा हो. हालात इतने खराब है कि लोगों को अपने घरों से अपने रोजमर्रा के कामों के लिए फोरलेन तक आने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कहीं-कहीं उखाड़ी गई सड़क पर मुरम डाल कर खाना पूर्ति करने की कोशिश की गई है, लेकिन यह नाकाफी है. लोगों को रही परेशानी को लेकर तेज समाचार संवाददाता द्वारा जब मुख्याधिकारी राहुल पाटिल से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो वे आउटऑफ रेंज थे.
– बीमारियों का बढ़ा खतरा
सिमेंट की पक्की सड़कों को उखाड़े जाने के कारण जगह-जगह पानी भर गया है. फलस्वरूप मच्छरों की पैदावार बढ़ गई है. इस कारण परिसर के नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में आ गया है. यहां संक्रामक बीमारियों का खतरा भी लगातार मंडरा रहा है.
– जनप्रतिनिधियों के वादों पर जनता को भरोसा
निगम चुनाव प्रचार में मंत्री जी ने अपने भाषणों में कहा था कि नगर को विकास का रोल मॉडल बनाया जाएगा. लेकिन इसके लिए जनता को कुछ समय के लिए परेशानी झेलनी होगी. यह बात भी अपने आप में ठीक है. विकास कामों में थोड़ा समय लगता है, लेकिन बाद में इसका फायदा लोगों को ही होता है. मंत्री जी के चुनाव के दौरान किए वादों पर अमल जारी है. इसलिए लोग पूरी तरह से संयम बनाए हुए है. कुछ लोग आलोचना तो कर रहे हैं, लेकिन पूरी शालीनता के साथ, क्योंकि उन्हें विकास की आस है. लेकिन साथ ही लोग प्रशासन से यह भी गुजारिश कर रहे हैं कि फिलहाल बारिश तक बचीखुची सड़कों को न उखाड़ा जाए. लोकतंत्र में इतनी परेशानियां झेलने के बावजूद केवल विकास के लिए संयम स्वरूप अपना योगदान देनेवाले जामनेरवासियों का संयम वाकई प्रशंसा के काबिल है. उम्मीद है कि उनका यह संयम भविष्य के अच्छे दिनों के दर्शन निश्चित कराएगा.