पुणे (तेज समाचार डेस्क). बिटकॉईन क्रिप्टो करन्सी पर आधारित गेन बिटकॉईन कंपनी द्वारा सवा दो करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में सायबर क्राईम सेल ने बुधवार को इस पूरी धोखाधड़ी के मास्टर माइंड को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में दत्तवाडी और निगडी पुलिस थाने में मामला दर्ज़ किया गया है. अबतक पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से करीबन 32 बिटकॉइन व 38.93 लाख रुपए नकद जब्त किये गए है. पुणे पुलिस ने उम्मीद जताई है कि जालसाजों ने इसी तरह की धोखाधड़ी देश भर के लोगों के साथ की है. मामले के जांच के लिए पुणे पुलिस की तीन टीमें रवाना हो चुकी है.
दत्तवाडी पुलिस ने इस मामले में आकाश कांतीलाल संचेती (मुकुंद नगर) और काजल जितेंद्र शिंगवी (25,महर्षीनगर) और व्यास नरहरी सापा (46,भवानी पेठ) को गिरफ्तार किया है. वहीं निगडी पुलिस ने हेमंत विश्वास सूर्यवंशी (बाणेर), हेमंत बाबासाहेब चव्हाण (हडपसर), अजय तानाजी जाधव (कालेवाडी), पंकज श्रीनंदकिशोर आदलाखा (दिल्ली) और हेमंत चंद्रकांत भोपे धायरी) को गिरफ्तार किया.
आरोपियों ने जनसंपर्क का फायदा उठाकर सेमिनार के जरिए गेन बिटकॉईन में निवेश करने के नाम पर धोखाधड़ी कर ली. आरोपी पंकज आदलाखा मोटिवेशनल स्पिकर के तौर पर कार्य करता है. पुणे, मुंबई दिल्ली सहित कई शहरों में सेमीनार कर लोगों को गेन बिटकॉईन में निवेश करने को कहा. आरोपियों ने लाखों का फायदा कर लोगों को उनके पैसे वापस ना करते हुए करोडो की धोखाधड़ी की.
बिटकॉइन धोखाधड़ी का मास्टर माइंड अमित भारद्वाज है. जो की अबतक फरार था. जिसे गुरुवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही विवेक कुमार भारद्वाज को भी अरेस्ट किया है. इससे पहले अमित ने सिंगापुर में ‘जीबीटा’ नामक कंपनी चलाता था.लेकिन जब वहां की सरकार ने उस कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया तो उसने गेन बिटकॉइन कंपनी के जरिये जालसाजी का यह नेटवर्क बनाया. इसमें से अमित गेन बिटकॉइन के सीईओ व फाउंडर है.
-कैसे की धोखाधड़ी
आरोपी निवेशकों को 1 बिटकॉइन में निवेश करने पर हर माह 0.1 प्रतिशत बिटकॉइन देने का बोल कर 18 माह में 1.8 प्रतिशत बिटकॉइन वापस देने का लालच देते थे. लेकिन आरोपियों ने निवेशकों को एक भी रुपए वापस नहीं किए.
इस मामले में अबतक पुणे 25 नागरिकों ने सायबर सेल में शिकायत दर्ज़ कराई है. धोखाधड़ी की रकम करीब 2.25 करोड़ तक पहुंच गई है. पुलिस को शक है कि आरोपियों से देश भर में लोगो को इस तरह चुना लगाया है. मामले की तह तक जाने के लिए पुणे पुलिस की तीन टीमें गठित की गई है. जो कि रवाना हो चुकी है.