शिरपुर ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – तहसील के कोडिद गाँव के रहने वाले मुकेश मोहन पवारा ने रोजाना मजदूरी करते हुए दसवीं कक्षा में 91.40 प्रतिशत अंक हासिल कर सबको अचंभित कर दिया. मुकेश के माता पिता बेहद गरीब हैं और वह जंगल से लकडियाँ इकठ्ठी कर शहर में बेचते हुए अपनी आजीविका चलाते हैं. उनके घर की हालत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है की कभी कभी तो परिवार को दोनों समय की रोटी भी नसीब नहीं होती. घर की हालत को सुधारने के लिए मुकेश ने शिरपुर के सामजिक कार्यकर्त्ता व होटल मालिक मोतीलाल माली से नौकरी मांगी. मुकेश वाघाड़ी गाँव की आर. सी. पटेल आदिवासी छात्रावास में दसवीं का शिक्षण लेते हुए काम करना चाहता था. मुकेश की जिद्द व परिवार की जिम्मेदारी देखते हुए मोतीलाल माली ने उसे न केवल काम दिया बल्कि उसे रहने के लिए कमरा व दोनों समय का भोजन भी उपलब्ध कराया. मुकेश के मेहनतकश स्वभाव व शिक्षा की ललक को मोतीलाल माली के बेटे संदीप ने भी भरपूर सहयोग दिया. आदिवासी छात्रावास में मंलागाकर अध्ययन करते हुए अपने माता पिता की जिम्मेदारी को तो पूरा किया ही , साथ ही उसने दसवीं कक्षा में 91.40 प्रतिशत अंक हासिल कर अपनी योग्यता का लोहा भी मनवाया. घर में दो छोटे भाई व एक बहन की जिम्मेदारी संभालते हुए मुकेश अब और आगे पड़ते हुए आरतिय सेना में जा कर देश सेवा करने का मानस रखता है. क्रिकेट का बेहद शौकीन मुकेश अपनी सफलता का श्रेय माता पिता के साथ, प्रधानाचार्य पी.डी.पावरा , जे. वी . गिरासे , मोतीलाल माली, संदीप माली को देते हुए ओरों के लिए प्रेरणा का पात्र है.

