जलगांव (तेज समाचार प्रतिनिधि) पुना के डा.विजय चौधरी (उम्र 50) एवं डा.वैशाली चौधरी (उम्र 44) यह दंपत्ती बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, कन्या भु्रण हत्या, जल है तो कल है इस विषय पर जनजागृती करने के लिये स्वयं खर्च से विगत ६ फरवरी से मोटरसाईकिल पर भारत भ्रमण के लिये निकले है। अब तक २१ हजार किमी घुमकर २९ राज्यों का सफर कर चुके है। आगामी ९ मई को पुना में उनका सफर रूकेगा। डा.वैशाली चौधरी का मायका शेंदुर्णी होने के कारण यात्रा के दौरान उनके शेंदुर्णी में आने पर स्थानिय नागरिकों द्वारा उनका नागरी सम्मान किया गया। इस दौरान अपने मार्गदर्शन में डा.चौधरी ने बताया कि कन्या भु्रण हत्या यह गंभीर समस्या है। कन्या भु्रण हत्या पर प्रतिबंध होने के बावजुद हमारे बीच के कुछ डाक्टर ऐसा गंदा काम कर रहे है। इस तरह का काम करते समय उनके पकड़े जाने पर उन्हे कानून अनुसार सजा तो दी जाएगी। तथा कन्या भु्रण हत्या एवं लिंग परीक्षण करने वाले एक भी माता-पिता को सजा होने पर लिंगभेद एवं कन्याभ्रुण हत्या हमेशा के लिये बंद हो जाएगी। इसके लिये प्रयास करने चाहिए। डा.चौधरी ने वैद्यकीय सेवा उपलब्ध कराने वाले गांवों में ब्लड गु्रप कैंम्प लेकर उसका रिकार्ड अपने पास रखा है। अब वह स्वयं की ब्लड गु्रप वेबसाईट तैयार करेंगे। जिसके कारण किसी को रक्त की जरूरत होने पर त्वरीत संपर्क करने पर रक्त उपलब्ध हो पायेगा। डा.विजय चौधरी एवं डा.वैशाली चौधरी पुना में वैद्यकीय व्यवसाय करते है। डा.वैशाली चौधरी शेंदुर्णी के पूर्व मुख्याध्यापक एस.बी.पाटील एवं कवियत्री रमा पाटील की कन्या है। तथा विजय चौधरी जामनेर तहसील के केतकनिंभोरा के मुल निवासी है। विद्यमान में वह पुना में वैद्यकीय व्यवसाय कर रहे है।
२९ राज्य एवं उनकी राजधानियों में सफर-
पुना, गोवा मार्ग कन्याकु मारी, दिल्ली मार्ग मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र में वापसी क ा सफर ऐसे कुल २९ राज्य एवं चार केंद्रशासित प्रदेश एवं उनकी राजधानियों में २१ हजार किमी का सफर कर वह प्रचार एवं प्रसार कर रहे है। चौधरी दंपत्ती रोजाना चार सौ से पांच सौ किमी का सफर करते है।
स्वयं खर्च से जनजागृती के लिये भारत भ्रमण-
२१ हजार किमी का भारत भ्रमण कर जनजागृती के लिये किसी की भी मदद ना लेते हुए स्वयं खर्च से सफर एवं रहने का खर्च कर रहे है। अब तक पाच लाखे से ज्यादा खर्च कर चुके है। रोजाना पाच से छह हजार रुपये का पेट्रोल, रहने एवं रहने एवं अन्य खर्च वह स्वयं कर रहे है।
रोजाना बारह घंटे करते है सफर-
चौधरी दंपत्ती रोजाना सुबह ७ बजे अपना सफर शुरू करती है एवं शाम सात बजे वह अपना सफर रोक देते है। इस बीच विद्यालय, महाविद्यालय, ट्रेनिंग सेंटर आदि जगहों पर जाकर बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओ के बारे में जनजागृती कर रहे है। मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी उनके कार्य की प्रशंसा की है।
शेंदुर्णी के गरूड विद्यालय में किया मार्गदर्शन-
अपनी यात्रा का उद्देश्य पुरा करने के लिये मुलाकातों को साईड में रखकर सीधे विद्यालय में जाकर छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन किया। इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं जल है तो जीवन है की शपथ ली। जिसके बाद चौधरी दंपत्ती धुलिया मार्ग से नासिक की ओर रवाना हुई।