जामनेर (तेज समाचार प्रतिनिधि). उच्चतम न्यायालय के एक फैसले को आधार बनाकर धनशोधन के आरोप मे बीते दो सालो से जेल मे बंद राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता छगन भुजबल को निचली अदालत से मिली जमानत के कानूनी विषय को पार्टी ने सरकार के खिलाफ पुरे सुबे मे राजनीतीक हथियार के रुप मे इस्तेमाल करने के कार्यक्रम को व्यापक मुहिम और चुनावी अजेंडे का स्वरुप दे दिया है . जिसके चलते भाजपा का गढ माने जाते मंत्री गिरीश महाजन के निर्वाचन क्षेत्र तथा गृहनगर मे भुजबल कि रीहायी के बाद कहि संजय गरुड के नेतृत्व मे तो कहि राष्ट्रवादी के पदाधिकारीयो ने जमकर पटाखे जलाते हुये जश्न मनाया है .
यह बात इस लिये महत्वपूर्ण मानी जा रहि है कि भुजबल जैसे ओबीसी नेता कि रीहायी के पहले परीवर्तनवादी संगठनो द्वारा बिते कई बरसो से तहसिल कि सिंची जा रहि सामाजिक जमीन के प्रयासो का दिखता ऐसा असर की जहा सभी तबके आपसी समन्वय का बेहतर परीचय दे रहे हो . वह भी तब जब संपन्न चुनावो के माइक्रो चिकित्सा की मुखरता भी लोगो मे ढाढस से कि जाने लगी हो .
सुत्रो के मुताबीक 15 मई को बहुजन क्रांती मोर्चा कि परीवर्तन यात्रा नगर मे आने वाली है जिसकि तैय्यारीया संबंधीत संगठनो मे चल रहि है . राष्ट्रीय चुनावी अजेंडे के अनूरुप विपक्ष की ओर से खास कर भाजपा के गढ जामनेर मे चलाया जा रहा पुरा अभियान निश्चित तौर पर विधानसभा चुनावो की रणनिती को रेखांकित कर रहा है . सोशल मिडीया गैलेक्सी के जरीये आम लोगो मे बनती और बंटती सोच इस बात का प्रमाण है की जनता अब सिधे प्रतिक्रिया नहि देती है . बहरहाल निकाय चुनाव मे पिट चुके विपक्ष को भुजबल की रीहायी के मामले ने गोलबंद होने का मात्र अवसर दीया है . वहि कुछ हद तक भाजपा की चिंता भी बढायी है .