दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि). 6 अप्रैल 1980 को गठित हुई भारतीय जनता पार्टी आज देश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में देश पर शासन कर रही हैं. गुरुवार को पार्टी ने अपना 38वां स्थापना दिवस मनाया. इस मौके पर 6 अप्रैल से लेकर 14 अप्रैल तक कई बड़े कार्यक्रम होंगे. फरवरी में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भाजपा के हौसले उफान पर है. पार्टी अब 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इस मौके पर पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को सुबह बीजेपी मुख्यालय पर पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
– पूरे देश में सप्ताह का आयोजन
बीजेपी अपने स्थापना दिवस से 14 अप्रैल यानी आंबेडकर जयंती तक देश भर में कार्यक्रम करेगी. बीजेपी के लोकसभा और राज्यसभा के 325 सांसद अपने लोकसभा क्षेत्र या राज्य के अलावा दूसरे लोकसभा क्षेत्र या राज्य में एक दिन और एक रात बिताएंगे.
– जहां हारे, वहां ज्यादा जोर
बताया जाता है कि एक हफ्ते के इस कार्यक्रम में सभी मंत्रियो को भी देश भर के 151 ऐसे लोकसभा क्षेत्रों या राज्यो में भेजा जा रहा है. खासकर सबसे ज्यादा तरजीह उन 120 लोकसभा सीटों को दी गई है, जहां 2014 के चुनाव में बीजेपी हार गई थी. वहां के लोगों को बताया जाएगा कि बीजेपी को इस बार जिताने से उनका और देश का क्या भला होगा.
– 3 साल की उपलब्धियां गिनाएंगे कार्यकर्ता-पदाधिकारी
बीजेपी के दोनों सदनों के सदस्यों, सरकार के मंत्रियों और बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को ऐसी एक या दो लोकसभा सीटों पर एक दिन के लिए भेजा जा सकता है. सूत्रों की माने तो खुद अमित शाह हैदराबाद जाएंगे, राजनाथ सिंह कोलकाता साउथ जाएंगे, तो स्मृति ईरानी कोलकाता नॉर्थ और अमेठी दोनों सीटों पर दौरा करेंगी. वी.के. सिंह को रायबरेली में एक दिन एक रात बिताने के लिए कहा गया है. इतना ही नहीं बीजेपी के महासचिवों को भी ये दौरा करना होगा.
– 15 को भुवनेश्वर में जुटेंगे भाजपा के बड़े नेता
14 अप्रैल को अभियान की समाप्ति के बाद 15 अप्रैल से बीजेपी के सभी बड़े नेता भुवनेश्वर में होंगे. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग 15 और 16 अप्रैल को भुवनेश्वर में रखी गई है. इस पूरे प्लान का इंचार्ज अनिल जैन को बनाया गया है और पूरे देश में बीजेपी का स्थापना दिवस मनाया जाना तय हुआ है, जिसमें से करीब 200 सीट ऐसी थी, जहां बीजेपी 2014 में नहीं जीत पाई थी, उनमें से 120 सीट्स को ज्यादा टारगेट किया गया है. दरअसल बीजेपी की नजर 2019 के लोकसभा चुनाव पर है. बीजेपी की योजना मोदी सरकार को दोबारा केन्द्र में लाने की है. 2019 के लिए बीजेपी का टारगेट 362 सीट का यानी दो तिहाई बहुमत है, ताकि तमाम तरह के कानून बनाने या हटाने में कोई अड़चन ना आ सके.