नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों मानसरोवर की यात्रा पर है और संभवत: 12-13 सितंबर को स्वदेश वापस आएंगे. इसलिए पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा 10 सितंबर को घोषित गए भारत बंद को सफल बनाने की कमान अब सोनिया गांधी ने संभाल ली है. उन्होंने बंद को लेकर पार्टी के कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ तैयारियों की समीक्षा की.
सोनिया ने अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ तैयारियों की जानकारी ली. अहमद पटेल ने उन्हें बंद में सहयोगी दलों की भूमिका से भी अवगत कराया. कांग्रेस की ओर से तमाम राज्यों में स्वयंसेवी संस्थाओं और वर्गों से भी बातचीत की गई जो अपने-अपने तरीके से विरोध जताएंगे.
पार्टी ने सभी प्रभारियों को संबंधित राज्यों में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जिला इकाइयों और बूथ लेवल तक विरोध दर्ज कराया जा सके. पार्टी कार्यकर्ताओं को सभी पेट्रोल पंप भी सांकेतिक धरना देने को कहा गया है ताकि वहां पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को कांग्रेस और भाजपा सरकार की नीतियों और पेट्रोल-डीजल की कीमतों के अंतर का अहसास हो.