भुसावल (तेज़ समाचार प्रतिनिधि): राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार प्राप्त नीलेश भिल की खोज के लिये कानपुर के सुभाष चिल्ड्रन होम इस स्वयंसेवी संगठन ने पोस्टर तैयार किये है। सोशल मीडिया सहित शहर के पुलिस स्टेशनों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पोस्टर लगाकर नागरिेकों को नीलेश के बारे में आह्वान किया गया है।
नीलेश के भाई गणपत ने पहले नीलेश कानपूर तक साथ होने की जानकारी देने के बाद उम्मीद बढ़ गई है। किन्तू उसकी जानकारी में अंतर दिखाई देने के कारण जांच कार्य में काफी दिक्कते आ रही है। तथा मुक्ताईनगर पुलिस दस्ता शनिवार को वापसी के सफर में निकली है। २४ जुलाई को कानपूर के सेंट्रल लोहमार्ग पुलिस ने गणपत भिल को कब्जे में लिया था। एवं उसे शहर के चिल्ड्रन होम में भेज दिया था। इसके बाद पदाधिकारियों ने मुक्ताईनगर पुलिस से संपर्क साधने के बाद दस्ते ने उसे दो दिन पहले कब्जे में लिया था। शुरूआत में गणपत ने भाई नीलेश भी २४ जुलाई तक अपने साथ कानपूर रेलवे स्टेशन पर कचरा तथा भंगार उठाते हुए दिखने की जानकारी दी थी। किन्तू बाद में उसने भाई को एक रेलवे स्टेशन पर पकड़े जाने की बात कही। जिसके कारण नीलेश की खोज करने में दिक्कते बढ़ गई है।
उत्तर प्रदेश के ३२ जिलों में नीलेश की खोज
नीलेश भिल कानपूर में होने की संभावना के बाद सुभाष चिल्ड्रन होम के पदाधिकारियों ने शहर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, पुलिस स्टेशन में नीलेश के पोस्टर लगाकर वह दिखाई देने पर संपर्क साधने का आह्वान किया है। इस संस्था के पदाधिकारी विनयकुमार ओझा ने कहा कि नीलेश की खोज शुरू की गई है। उत्तर प्रदेश के ३२ जिलों में चिल्ड्रन सोसाईटी के गु्रप पर इसके बारे में पोस्ट की गई है। शहर में जगह-जगह हम उसके पोस्टर लगा रहे है।