नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). धोनी ने कप्तानी से सन्यास क्या लिया, उनके विरोधियों को मानो मन मांगी मुराद ही मिल गई. विरोधी भी ऐसे, जिन्होंने अपने जीवन काल में तो कोई कारनामे नहीं किए, बस दूसरों पर ही उंगली उठाने में इन लोगों को महारत हासिल है. धोनी टीम इंडिया के इकलौते ऐेसे कप्तान रहे है, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉरमेट में अपने खेल का और अपनी कप्तानी का लोहा पूरी दुनिया में मनवा लिया है. उनके फेन्स भारतीय ही नहीं, बल्कि दुनिया के सभी दिग्गज उनकी कप्तानी के कायल है. वैसे तो धोनी के नाम पर अनेक रिकॉर्ड दर्ज है, लेकिन क्या आप जानते है कि आखिरी गेंद पर सबसे अधिक बार छक्का मार कर मैच खत्म करने का अनोखा रिकॉर्ड भी धोनी के ही नाम है.
क्रिकेट को अनिश्चिताओं का खेल कहा जाता है. क्रिकेट जगत में कहा जाता है रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते है परन्तु कुछ कीर्तिमान ऐसे है, जो शायद ही कभी टूट पाए. भारतीय टीम के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले 10 सालों में भारतीय क्रिकेट टीम की काया पलट कर दी है. भले ही धोनी आजकल अपने चमकीले फॉर्म में ना हों, लेकिन उनके नाम ऐसे बहुत से रिकॉर्ड हैं जिनका निकट भविष्य में टूटना लगभग नामुमकिन दिखाई देता है. इन्ही में से एक है 24 बार मैच की आखिरी गेंद पर छक्का लगाने का रिकॉर्ड.
माही ने अभी तक वनडे क्रिकेट मैचों में 13 बार आखिरी गेंद पर छक्का लगाया है. जिनमें से 9 बार धोनी ने लक्ष्य का पीछा करते हुए छक्के लगाये हैं. वहीं टी- 20 में धोनी ने 8 बार आखिरी गेंद को स्टेडियम के बाहर गेंद को पहुंचाया है. टी-20 में तीन बार लक्ष्य का पीछा करते हुए छक्का लगाया है.
दरअसल वन डे और टी-20 के आलावा धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में भी ये कारनामा तीन बार कर चुके हैं. इसके साथ ही पांच बार टी-20 की आखिरी गेंदों पर धोनी ने छक्का लगाया है. इस मामले भी धोनी दुनिया के अन्य बल्लेबाजों से कहीं आगे हैं. धोनी की इस उपलब्धि को या इस रिकॉर्ड को निकटतम समय में कोई बल्लेबाज तोड़ पाएगा, ऐसा मुमकिन नहीं लगता.