पुणे. महाराष्ट्र में भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है. शिवसेना मजबूरन सत्ता में उनके साथ है. बार-बार मध्यावधि चुनाव की आवाज उठाई जाती है. यदि भाजपा में हिम्मत है, तो वह मध्यावधि चुनाव करा कर दिखाए, शिवसेना इसके लिए पूरी तरह से तैयार है. शिवसेना ने अपने दम पर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है. यह चेतावनी शिवसेना नेता और पुणे विभागीय संपर्क नेता सांसद संजय राऊत ने शनिवार को यहां किया.
शनिवार को संजय राऊत ने पिंपरी-चिंचवड के तीनों विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. इस समय उन्होंने पार्टी संगठन को लेकर पदाधिकारियों से चर्चा की. इसके बाद आयोजित पत्रकार परिषद में राऊत ने उक्त बातें कही. इस अवसर पर सांसद शिवाजीराव आढलराव, श्रीरंग बारणे, विधायक गौतम चाबुकस्वार, शिवसेना शहर प्रमुख राहुल कलाटे, महिला आघाडी की शहरसंगठक सुलभा उबाले, नगरसेवक अमित गावडे, विशाल यादव आदि उपस्थित थे.
राऊत ने आगे कहा कि भाजप के साथ शिवसेना के मतभेद अपने चरम पर है. चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करनेवाली भाजपा कोई काम नहीं कर रही है. कर्ज मुक्ति की घोषणा के बाद भी अभी तक किसानों को उसका लाभ नहीं मिला है. इस मुद्दे पर शिवसेना सरकार से लड़ रही है. हम शुरू से ही इस मुद्दे पर सड़कों पर उतर आए है, लेकिन हमारी देखादेखी अब कांग्रेस और राकां भी दिखावा कर रही है. सरकार के पाप में हम भागीदार नहीं है. जब शिवसेन को लगता है कि यह गलत है शिवसेना ने सदैव आवाज बुलंद की है. राज्य में किसानों का गंभीर मुद्दा है. महंगाई से हर कोई परेशान है. कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिखर गई है. जीएसटी, नोट बंदी के कारण उद्योग धंधे प्रभावित हुए है. इन सब के कारण राज्य की जनता में सरकार के प्रति रोष है. इसी का परिणाम नांदेड महापालिका चुनाव में देखने को मिला है. इन परिणामों से सरकार को सबक लेना चाहिए.