नांदेड ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – नांदेड महानगरपालिका चुनाव के परिणाम सामने आते ही हाशिए पर जा रही कांग्रेस में उत्साह व उमंग का वातावरण निर्माण हो गया है ।वहीं दूसरी ओर राज्य में ग्राम पंचायत चुनाव के पहले चरण में सबसे अधिक सरपंच चुनने का दावा करने वाले भाजपा में चिंताएं निर्माण हो गई हैं । सत्ता पर कब्जा जमाने की भाजपा की कोशिशों को झटका देते हुए कांग्रेस नांदेड़-वाघाला नगर निगम (एनडब्ल्यूएमसी) चुनावों में भगवा पार्टी को छह सीटों पर समेटने में सफल रही। चुनाव के अंतिम नतीजे आज सुबह घोषित किए गए। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि तकनीकी कारणों से कल चार सीटों के नतीजे रोक कर रखे गए और आज घोषित किए गए।
नांदेड महानगरपालिका के कांग्रेस के पक्ष में आए परिणाम देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चौहान का कद एक बार फिर से कांग्रेस में बढ़ गया है । यहां बता दें कि नांदेड नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 81 सीटों में से 73 सीटों पर अपनी विजय हासिल की है । नांदेड पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चौहान का गढ़ है । जहां पर भाजपा को मात्र 6 सीटों पर एवं शिवसेना को एक सीट पर विजय हासिल हुई है । एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार ने विजय प्राप्त की है ।
मुंबई कांग्रेस कार्यालय के बाहर जीत का जश्न मनाते हुए प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौहान ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि नांदेड नगर निगम चुनाव के परिणामों से साबित हो गया है कि महाराष्ट्र से भाजपा की वापसी यात्रा प्रारंभ हो गई है । नांदेड़ में हमारे जमीनी कार्य से यह निश्चित हो गया है कि यदि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ ना हो तो हमारी जीत निश्चित है । चौहान ने बताया कि आश्वासनों व झूठे प्रचार से जनता परेशान हो चुकी है । अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में नांदेड की जनता ने कांग्रेस की संस्कृति व संयम भूमिका पर अपना विश्वास जताते हुए यह विजय प्रदान की है । भारतीय जनता पार्टी ने गलत प्रचार करते हुए व्यक्तिगत स्तर पर आरोप लगाए । यहां तक की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी असयमी भाषा का प्रयोग किया । अशोक चौहान ने बताया कि राज्य में किसान आत्महत्या, कर्ज माफी, जीएसटी, नोटबंदी आदि सरकार की फसाने वाली योजनाओं को जनता ने यह उत्तर दिया है।
वहीँ इन परिणामो पर भाजपा की नई सहयोगी और महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष (एमएसपी) नेता नारायण राणे ने भाजपा नेतृत्व को आत्मावलोकन करने की सलाह दी । नांदेड़ नगर निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री द्वारा कई चुनावी रैलियां किए जाने के बावजूद उसका प्रदर्शन इतना खराब क्यों रहा। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि इन परिणामों का असर 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। विदित हो कि दो दशक पहले नांदेड नगर निकाय बनने के बाद से यहां कांग्रेस का ही शासन रहा है।