जलगांव (तेज समाचार डेस्क). अभी तक आपने ऐसी अनेक घटनाएं सुनी होगी कि इंसान मर कर फिर जिन्दा हो गया. लेकिन दो हिस्सों में कट चुका शरीर फिर जिन्दा हो गया और पुलिस को अपना परिचय दे कर फिर मर गया, ऐसा शायद ही कभी आपने देखा होगा या सुना होगा.
लेकिन हकीकत में यह घटना घटी है. महाराष्ट्र के नंदूरबार में नंदूरबार रेलवे स्टेशन पर एक युवक ने मालगाड़ी के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली. मालगाड़ी युवक को दो हिस्सों में काटती हुई गुजर गई. कमर से ऊपर का हिस्सा पटरियों के बाहर तो पैरों वाला हिस्सा पटरियों के बीच पड़ा था. तुरंत ही लोग दौड़े आए. थोड़ी ही देर में रेलवे पुलिस भी पहुंच गई. जैसे ही पुलिस कर्मचारी ने धड़वाले हिस्से को यह देखने के लिए छूआ कि युवक मर गया है या जिन्दा है, तभी चमत्कार हुआ. युवक दोनों हाथों के बदल आहिस्ता-आहिस्ता उठा और पुलिसकर्मी की ओर देख कर कहा कि मैं मालीवाड़ा का संजू हूं. उसे उठता देख पुलिसकर्मी भी थोड़ी देर के लिए चौक गया और वहां खड़े लोगों की धड़कने रुक गई. लेकिन अपना इतना ही परिचय देकर युवक ने दम तोड़ दिया. यह घटना सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे की है. यह रोमांचक खबर दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल होती रही.

– आत्महत्या की थी संजु ने
जानकारी के अनुसार नंदूरबार रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे जब एक मालगाड़ी गुजरी, तभी अचानक एक व्यक्ति ट्रेन के आगे कूद गया. देखते ही देखते युवक को आधा चीरते हुए मालगाड़ी के पहिए आगे बढ़ गए. जैसे ही मालगाड़ी पूरी तरह से गुजर गई, तुरंत ही लोगों का हुजूम वहां इकट्ठा हो गया. तुरंत ही एक पुलिसकर्मी लाश के पास यह देखने आया कि वह जिन्दा है या मर गया. तभी पटरियों के बाहर पड़ा लाश का आधा हिस्सा हाथों के बल आहिस्ता आहिस्ता लड़खड़ाते हुए खड़ा हो गया और पुलिसकर्मी की ओर देखते हुए कहा कि मैं मालीवाड़ा का संजू हूं. हालांकि संजु ने आत्महत्या क्योंकि इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है.
– संजय मराठे के रूप में शिनाख्त
मृतक की पहचान नंदूरबार निवासी संजय नामदेव मराठे (30) के रूप में हुई है. फिलहाल संजय के खुदकुशी करने की वजह साफ नहीं हुई है. संजय मराठे नंदूरबार में ऑटो चलाता था. संजय के इस कदम की जानकारी दोपहर में मिलने के बाद नंदूरबार के ऑटो चालकों ने संजय मराठे के अंतिम संस्कार तक कामकाज बंद रखा.