– ISIS से संबंधों की आशंका के चलते पुणेी सादिया शेख को जम्मू पुलिस ने किया था गिरफ्तार
– 10 दिन की कड़ी पूछताछ के बाद छोड़ा
– पुणे में सादिया शेख की पत्रकार परिषद
पुणे (तेज समाचार डेस्क). गणतंत्र दिवस आत्मघाती हमला करने की आशंका के चलते जम्मू पुलिस ने जम्मू-कश्मीर से पुणे की 18 वर्षीय लड़की सादिया शेख को गिरफ्तार किया था. 10 की सख्त पूछताछ के बाद अब पुलिस ने सादिया शेख को मुक्त कर दिया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि सादिया आईएसआईएस की सुसाइट बॉम्बर न हो कर वह यहां के किसी कॉलेज में एडमिशन के लिए थी. जांच में उसके पास कुछ भी संदेहास्पद प्राप्त न होने के कारण पुलिस ने उसे छोड़ दिया है. पुणे पहुंचने पर सादिया शेख ने यहां एक पत्रकार परिषद में बताया कि वह पूरी तरह से निर्दोष है और उसका आईएसआईएस से कोई संबंध नहीं है. सादिया ने यह भी बताया कि उसे जम्मू पुलिस ने नहीं पकड़ा था, बल्कि वह स्वयं पुलिस के पास गई थी.
उल्लखनीय है कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पुणे की 18 वर्षीय युवती सादिया शेख को जम्मू कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस को आशंका थी कि सादिया शेख का संबंध आईएसआईएस से है और वह गणतंत्र दिवस पर आत्मघाती हमला करने की फिराक में है. गुप्तचर विभाग द्वारा मिली इस जानकारी के बाद पुलिस ने 25 जनवरी को पुणे की इस लड़की को हिरासत में लिया था. यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी. पुणे में जब सादिया की मां से पूछा गया, तो उसने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसकी बेटी का संबंध आईएसआईएस से है.
– 10 घंटे की कड़ी पूछताछ
पिछले 10 दिनों से पुलिस सादिया शेख से सख्ती से पूछताछ कर रही थी. कड़ी जांच के बाद पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि सादिया शेख यहां एक नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए आयी थी. लेकिन उससे पूछताछ में हमें कुछ भी संदिग्ध नहीं लगा. उसके फोन रिकॉर्ड, उसके ई-मेल, सोशल मीडिया आदि से कुछ भी संदिग्ध प्राप्त नहीं हुआ है.
– पत्रकार परिषद में सादिया ने किया खुलासा
जम्मू कश्मीर पुलिस से क्लीनचिट मिलने के बाद पुणे पहुंची सादिया शेख ने यहां आयोजित एक पत्रकार परिषद में बताया कि वह जम्मू के एक नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए गई थी. लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि पुलिस उसे तलाश कर रही है. इससे वह डर गई और स्वयं ही जम्मू पुलिस के पास गई. वहां उन्होंने मुझसे हर दृष्टि से पूछताछ की और मेरे हर जवाब से संतुष्ट होने के बाद उन्होंने मुझे क्लीन चिट देते हुए मुक्त कर दिया है. सादिया ने यह भी बताया कि मैं सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे रही हूं. मेरा आईएसआईएस के साथ किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है. पत्रकार परिषद में सादिया ने स्वीकार किया कि मैं मानती हूं कि २०१५ में १२वीं में पढ़ते समय मैं इसिस से प्रभावित थी. इसी कारण मैंने इसिस से संबंधित पोस्ट और मेसेज सोशल मीडिया पर डाले थे. इसके बाद पुणे एटीएस ने मौलवी के माध्यम से मेरी काउंसलिंग करवाई थी. इसके बाद इसिस का चेप्टर वहीं क्लोज हो गया था. वह मेरा भूतकाल था, लेकिन उसके परिणाम मेरे वर्तमान और मेरे भविष्य पर हो रहा है, इससे में काफी दु:खी और चिंतित हूं. लेकिन विश्वास मानिए, मेरा किसी भी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं है.
– पुणे में एटीएस कर चुकी है काउसलिंग
उल्लेखनीय है कि इससे बंडगार्डन परिसर में रहनेवाली सादिया शेख यहां के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ती थी. स्कूल में पढ़ने के दौरान ही वह सोशल मीडिया के माध्यम कुछ संदेहास्पद लोगों के संपर्क में आयी थी. इसके बाद उसके रहन-सहन, पहनावे में संदेहास्पद परिवर्तन आया. परिवारवालों को संदेह होने पर उन्होंने इस बात की जानकारी एटीएस को दी. तब पता चला कि वह आईएसआईएस के संपर्क में है. इसके बाद एटीएस ने सादिया शेख की मौलवी के माध्यम से काउंसलिंग कराया और उसका मन परिवर्तन भी किया था.