– कबीर की मजार पर खादिम ने की टोपी पहनाने की कोशिश
– योगी आदित्यनाथ ने नहीं पहनी
संतकबीर नगर (तेज समाचार डेस्क). गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां मगहर में नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले कबीर की मजार पर तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे. वहां खादिम ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की, लेकिन योगी ने टोपी पहनने से इनकार कर दिया. खादिम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि वे टोपी नहीं पहनते. इसके बाद उन्होंने टोपी हटा ली. योगी के कुछ देर बाद मोदी यहां पहुंचे. उन्होंने मजार पर नमन किया और चादर चढ़ाई.
– क्यों जानबूझ कर की जाती है कोशिश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ सदैव ही मुस्लिम धर्म की इज्जत करते रहे हैं और यह उन्होंने अपनी गतिविधियों से साबित भी किया है. लेकिन यह भी सर्वविदित है कि वे कभी भी मुस्लिक धर्म की टोपी नहीं पहनते. इस प्रकार की कई घटनाएं भी हुई है और विपक्ष ने इस पर गरमागरम बहस भी की है. सवाल यह है कि जब पता है कि योगी और मोदी टोपी नहीं पहनते, तो फिर उन्हें जानबूझ कर टोपी पहनाने की कोशिश क्यों की जाती है. कहीं यह हर बार यह बताने का षड्यंत्र तो नहीं कि मोदी और योगी मुस्लिम विरोधी है. जबकि विपक्ष या मुस्लिमों के कथित मसीहा इस बात को कभी भी साबित नहीं कर पाए कि मोदी और योगी मुस्लिम विरोधी है. इसके विपरित दोनों ने ही मुस्लिमों के विकास के लिए सदैव ही प्रयास किए जाने के अनेकानेक प्रमाण मौजूद है.
– 2011 में मोदी के साथ हुआ था वाकया
2011 में गुजरात में नरेंद्र मोदी के साथ भी ऐसा ही वाकया हुआ था. मोदी तीन दिन के सद्भावना उपवास पर थे. इस दौरान खेड़ा से आए एक सूफी इमाम मंच पर मोदी से मिलने पहुंचे. उन्होंने जेब से टोपी निकाली और मोदी को पहनाने की कोशिश की. लेकिन मोदी ने हाथ थामकर इनकार कर दिया. बाद में इमाम ने मोदी को शॉल ओढ़ाई. उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.