पिंपरी. तलेगांव के विद्याविहार कालोनी के पार्किंग में अति दुर्लभ चित्रांग नायकूल प्रजाति का सांप मिला. इस बारे में कालोनी के लोगों ने तुरंत ही सर्प मित्र हर्षल गरुड और सागर कवलेकर से संपर्क करने पर दोनों ने कालोनी की पार्किंग में पहुंच कर सांप को नजाकत से पकड़ा और फिर उसे इंद्रायणी नदी के किनारे आजाद कर दिया.
जानकारी के अनुसार विद्याविहार कालोनी के पार्किंग में सोमवार को नागरिकों ने काफी सुन्दर शरीरवाले छोटे से सांप को देखा. नागरिकों ने तुरंत मावल के वन्यजीव रक्षक संस्था के सदस्य व सर्पमित्र हर्षल गरुड को इसकी सूचना दी. गरुड ने वहां आकर सांप को अपने कब्जे में लिया. तब गरुड ने बताया कि यह काफी दुर्लभ प्रजाति का चित्रांग नायकूल सांप है. यह सांप बिल्कुल भी जहरीला नहीं होता. इसकी लंबाई करीब 40 सेमी (1 फूट 4 इंच) से 93 सें.मी. (3 फीट 1 इंच) होती है. इसका रंग भी काफी आकर्षक होता है और शरीर पर काली-पीली धारियां होती है. यह सांप जंगली छिपकलियां आदि खा कर अपना पेट भरता है. यह सांप नाणे घाट, फलटण, अहमदनगर, पुणे, सोलापुर सहित मध्यप्रदेश के असिरगढ़ भाग में पाया जाता है. स्वभाव से यह काफी शांत होता है. सांप के प्रति लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करने के बाद गरुड ने सांप को इंद्रायणी नदी के किनारे आजाद वातावरण में घूमने के लिए छोड़ दिया.