यावल(तेज़ समाचार प्रतिनिधि): तहसील में १ से ३१ जुलाई के बीच विशेष मतदाता पंजीकरण मुहिम चलाई गई थी। इसमें लगभग ४ हजार ८४६ नये मतदाताओं की वृद्धी हुई है। रावेर एवं चोपडा इन दो मतदाता क्षेत्र में तहसील का विभाजन हुआ है। विभाजन के दौरान होने वाली मतदाता संख्या में ५० हजार मतदाताओं की वृद्धी हुई है।
आज की स्थिती में तहसील ने 2 लाख मतदाताओं का आंकडा पार किया है। विगत दिनों १ से ३१ जुलाई के बीच विशेष मतदाता पंजीकरण मुहिम तहसील में चलाई गई थी। इसमें तहसीलदार कुंदन हिरे एवं चुनाव नायब तहसिलदार डा.योगिता ढोले ने २०३ मतदाता केंद्रस्तरीय अधिकारी सहित महाविद्यालयीन स्तर पर नये मतदाता पंजीकरण मुहिम चलाई थी। इसमें पहली बार नये मतदाताओं के पंजीकरण की जिम्मेदारी राज्य चुनाव आयोग ने महाविद्यालय के प्राचार्यों पर भी दी थी। इसी लिये इन सभी उपक्रमों के माध्यम से माहभर में मुहिम में ४ हजार ८४६ मतदाताओं ने पंजीकरण किया। इसमें तहसील के पूर्व इलाके में यावल एवं फैजपुर शहर सहित कुल १३८ मतदाता केंद्र यह रावेर विधानसभा क्षेत्र में आते है।
यहां 2 हजार ७०७ तथा पश्चिम इलाके में साकली एवं किनगांव यह दो जिला परिषद गुट के ६५ मतदाता केंद्र चोपडा विधानसभा क्षेत्र में आते है। इस केंद्र पर 2 हजार १३९ नये मतदाताओं ने पंजीकरण किया है। तथा अब पुनः नये मतदाताओं के लिये पंजीकरण का अवधी ३१ अगस्त तक बढ़ाकर दिया गया है।
२ लाख का चरण-
यावल ९९ विधानसभा क्षेत्र का २००४ के बाद विभाजन हुआ। एवं सन २००९ में १० चोपडा एवं ११ रावेर यह दो मतदाता क्षेत्रों में तहसील बिखर गया। इस समय तहसील के लगभग १ लाख ६५ हजार मतदाता थे। अब वह बढ़कर लगभग 2 लाख ५ हजार ११९ हो गए है।
निर्णायक मतदाता-
अब बढ़े हुए नये मतदाता युवा एवं सुज्ञ है। उन्हे अच्छे-बुरे की समझ है। इसी लिये चोपडा एवं रावेर इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में इन बढ़े हुए ४ हजार ८४६ नये मतदाता बहुत ही निर्णायक साबित होंगे।
माहभर में ऐसे हुई वृद्धी-
रावेर मतदाता क्षेत्र में तहसील के यावल फैजपुर शहर सहित पुर्व का इलाका जोड़ा गया है। इसमें १३८ मतदाता केंद्र में पहले १ लाख ३७ हजार ८९८ मतदाता थे। इसमें २७०७ वृद्धी होकर १ लाख ४० हजार ६०५ तथा चोपडा मतदाता क्षेत्र के पश्चिम इलाके में ६५ मतदाता केंद्र है। पहले ६२ हजार ३७५ मतदाता थे। इसमें २१३९ से वृद्धी होकर ६४ हजार ५१४ हुए है।