जलगाँव ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – युवा शक्ति फाउंडेशन व शहर के विभिन्न हिंदू संगठनों की ओर से बुधवार को कांची कामकोटि पीठ तमिलनाडु के जगद्गुरु जयेंद्र सरस्वती स्वामी शंकराचार्य को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. शहर के काव्य रत्नावली चौक में इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.
श्रद्धांजलि सभा में जगद्गुरु जयेंद्र सरस्वती जी के जीवन काल का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई . उपस्थित गणमान्यों द्वारा कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु जयेंद्र सरस्वती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि केरल के कालड़ी ग्राम में जन्मे शंकराचार्य ने मात्र 32 वर्ष की आयु में ही कई उपलब्धियां अर्जित कर ली थी. वह सिर्फ 8 वर्ष की उम्र में मोक्ष प्राप्ति के लिए घर छोड़कर गुरु की खोज में निकल पड़े थे. युवा अवस्था में उन्होंने 2000 किलोमीटर तक की यात्रा की. लगभग 4 वर्षों तक अपने गुरु की सेवा करते हुए उन्होंने वैदिक ग्रंथों को आत्मसात भी कर लिया था. शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती केरल से कश्मीर, पुरी ओड़िशा से गुजरात द्वारका तक, शृंगेरी कर्नाटक से बद्रीनाथ उत्तराखंड और कांची तमिलनाडु से काशी उत्तर प्रदेश तक घूमने वाले महान संत थे.
इस दौरान द्वारकाधीश जोशी, राजेश नाईक, युवा शक्ति फाउंडेशन के विराज कावड़िया, सचिव अमित जगताप, सौरभ चतुर्वेदी, सूरज दायमा, चंद्रकांत वैद्य, राजेश शिंपी, सचिन कुलकर्णी, दिनेश जगताप, सुखलाल तिवारी, राकेश लोहार , रामकृष्ण गुरुजी, नाना मुले, तेजस जोशी, कनु पटेल, हरीश कोलहे, जितेंद्र छाजेड़, प्रकाश कावड़िया, भूषण सोनोने, मनजीत जांगिड़, नवल गोपाल, संदीप सूर्यवंशी, मितेश गुर्जर, विनोद सैनी, राहुल चौहान, पियूष हस्वाल आदि मौजूद थे.