जामनेर (तेज समाचार डेस्क). क्षेत्र के मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मे प्रदेश इकायी से संचालित नवकार्यकारिणियों के गठन प्रक्रिया को लेकर काफी गहमागहमी देखी जा रही है. निकाय चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद संगठन में व्यापक परिवर्तन की उम्मीद लगाये बैठे कार्यकर्ताओं में अब ब्लाक अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकशी से संभ्रम की स्थिति देखी जा रही है. अध्यक्ष के लिये बनायी गयी सूची में राजेंद्र पाटिल, एड. बोरसे, जावेद मुल्लाजी समेत अन्य कुल 14 लोगों के नाम शामिल है. पहले ही दल में अब तक कई इकाइयों की नियुक्तियां कभी पूर्ण हो ही नहीं पायी. उसमें अब जहां निकाय चुनाव में पिटने के बाद विधान सभा के आम चुनावों के लिये महज एक साल का अवधि शेष बचा है, उसमें कार्यकारिणी को लेकर संगठन में पनपे विवादास्पद संभ्रम से कार्यकर्ताओं में मायूसी अपने चरम पर है.
– प्रतिभाशाली दूर है विवाद से
सूत्रों के मुताबीक तहसील इकाई का फैसला प्रदेश इकाई से होना है. इस प्रक्रिया में अध्यक्ष पद को न्याय देने की क्षमता रखने वाले कई ऐसे प्रतिभावान व्यक्तित्वों ने नामांकन भी दायर नहीं किये जो चर्चा का विषय है.
– कांग्रेस में भी खींचतान
यहीं स्थिति सहयोगी दल कांग्रेस में बरकरार है. नेता संजय गरुड के नेतृत्व के विश्वास पर टीके संगठन के कार्यकर्ताओ के संयम को उक्त रुप से पार्टी मे पनपी स्थिति ने अवसाद का शिकार बनाकर टूटने को विवश कर दिया है , जब कि घोर मायूसी में उम्मीद को सहारा बनाकर परंपरागत कार्यकर्तागण अटल है. संसाधनों तथा विषम राजनीतिक परीस्थितियों के कारण निगम में विफल रहे सोशल इंजीनियरिंग के फ़ार्मूले को आगामी चुनावों के मद्देनजर संगठन में अमल में लाने की मांग आम वोटर्स में खुलकर उठायी जाने लगी है.