रावेर. भारतीय स्वतंत्रता दिवस पद पंचायत समिती के खिलाफ मांगी एवं कुसुंबा खुर्द में भ्रष्टाचार होने से जांच की मांग के लिये दो अलग-अलग अनशन किये जाने के कारण पंचायत समिती के कामकाज पर सवाल उठाये जा रहे है। स्थानिय गुटविकास अधिकारी बेफिकीर होकर किसी भी शिकायत की ओर गंभीरता से नहीं देख रहे होने का आरोप अनशनकर्ताओं द्वारा किया गया। विस्तृत जानकारी के अनुसार कुसुंबा खुर्द क ी दलित सुधारना योजना अंतर्गत निकृष्ट दर्जे के कार्यों की जांच कर संबंधितों पर कारवाई की मांग के लिये चांगो लहानु भालेराव यह पंचायत समिती गेट के पास तथा दूसरी जगह मांगी गांव में भी विविध योजनाओं में भ्रष्टाचार होने से जी.एस.काझि स्थानिय तहसील कार्यालय के सामने अनशन पर बैठे थे। आखिर में तहसीलदार विजयकुमार ढगे क ी अगुआई में पंचायत समिती गुट विकास अधिकारी के लिखित आश्वासन के बाद अनशन छुडाया गया। किन्तू ध्वजारोहन के लिये आये लोकप्रतिनिधी सुज्ञ नागरिकों की ओरसे पंचायत समिती के बीडीओ के बारे में तिव्र नाराजगी व्यक्त की गई।
– अनशन की समस्या सुलझाने में बिडीओ ने की देरी
स्वतंत्रता दिवस पर दो जगहों पर पंचायत समिती के खिलाफ अनशन पर बैठने का समय आया तब तक गुटविकास अधिकारी ने रोकने के लिये प्रयास क्यों नहीं किया। दोनों भी अनशनकर्ताओं ने पंद्रह दिन पहले स्वतंत्रता दिवस पर अनशन को बैठने की जानकारी दी थी। इसके बावजुद पंचायत समिती हरकत में क्यों नहीं आये ऐसे कईं सवाल प्रस्तुत किये जा रहे है।
– बीडीओ की अनदेखी के कारण अनशन पर बैठा पड़ा
भारत की स्वतंत्रता के बारे में मुझे अभिमान है। किन्तू कुसुंबा में हुआ कांक्रिटीकरण का कार्य निकृष्ट दर्जे का होने के कारण कईं बार पंचायत समिती को सूचित किया गया था। इस ओर हर बार अनदेखी कर संबंधितों को समर्थन करने का प्रयास किया जा रहा था। मैं स्वतंत्रता दिवस पर अनशन पर बैठुंगा यह सूचित करने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया- चांगो भालेराव, अनशनकर्ता
– जांच कर कारवाई करें
मांगी गांव में प्रशासक बैठे हुए है। वहां पर विविध योजनाओं में भ्रष्टाचार हुए है। इस संदर्भ में पंचायत समिती को कईं बार सूचित किया गया। किन्तू बीडीओ की अनदेखी के कारण मुझे जलगांव जिला परिषद में शिकायत करनी पड़ी। इसके बावजुद भी बीडीओ ने कारवाई ना करने हेतू प्रयास किये। एवं आखिर में मुझे देश के स्वतंत्रता दिवस पर अनशन के लिये बैठना पड़ा- जी.एस.काझि, अनशनकर्ता
– किसी ना किसी कारण से पंचातय समिती चर्चा में
जिले में सबसे ज्यादा समस्याएं होने वाली पंचायत समिती के रूप में रावेर की पहचान हो रही है। भ्रष्टाचार जैसे कईं विषयों से पंचायत समिती चर्चा में रही है। विशेष यानी इससे पहले के सीईओ ने समर्थन देकर बचाया। तथा विद्यमान सीईओ क्या कर रहे है इस ओर सभी का ध्यान आकर्षित हुआ है।