नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). सोमवार को राहुल गांधी ने दलितों पर अत्याचार के मुद्दे पर उपवार रखा था. अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने सांसदों के साथ गुरुवार को उपवास रखेंगे. लेकिन मोदी-शाह का उपवास विपक्ष के संसद चलाने के नकारात्मक रवैए के खिलाफ होगा. संसद नहीं चलने देने पर विपक्ष को घेरने के लिए 12 अप्रैल को भाजपा के सांसद उपवास करेंगे. ज्ञात हो कि विपक्ष के हंगामे के कारण बजट सेशन में लोकसभा और राज्यसभा में कोई काम नहीं हुआ और संसद के कीमती 250 घंटे बर्बाद हो गए.
इस बजट सेशन में लोकसभा में कुल 23% और राज्यसभा में 28% कामकाज हुआ. इससे पहले वर्ष 2000 में लोकसभा में प्रोडक्टिविटी 21% और राज्यसभा की 27% रही थी. इस बार, आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जा की मांग, कावेरी विवाद और नीरव मोदी जैसे मुद्दों पर कांग्रेस, टीडीपी और एआईएडीएमके समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने हंगामा किया.