अंग्रेजो ने कीया कुरूम रेलवे स्टेशन का मुआयना
अंग्रेज कालीन बनाई गई वस्तुओ का जायजा लेने आये थे 6 अंग्रेज
शेगाव से बडनेरा तक किया अंग्रेजकालींन बिल्डिंग तथा रेल इमारतों का सर्वे
जोसेफ स्टीफन के रिस्तेदारी में आते थे ये 6 अंग्रेज
1860 में जोसेफ स्टीफन कंपनीद्वारा बनाये गए थे बडनेरा से लेकर शेगाव तक बड़ी बड़ी इमारत तथा पुलिया
पूरे 9 साल लगे थे इमारत एवं पुलिया खड़ी करने
कुरुम (मो.रिजवान सिद्दिकी ):मध्य रेल के भुसवल मण्डल में आने वाले शेगाव से बडनेरा तक रेल पटरी इमारत तथा बड़े बड़े पुलिया के निर्माण कार्य 1860 में जोसेफ स्टीफन कंपनी, स्वीडन (अमेरिका) ने करीब 9 साल में पूरा किया था। इन सभीअंग्रेज़ कालीन इमारतों को आज पूरे 158 साल हो गए है। परंतु आज भी अंग्रेजो के हातो का पत्थरीला काम खूबसूरत एवं मजबूत ही दिखाई देता है।

इसी सिलसिले में आज अमेरिका के स्वीडन से 6 अंग्रेज़ जसमे तीन अंग्रेज पुरुष व तीन अंग्रेज महिला का समावेश था। इनके साथ इंडिया के दो गाइड एक पुरुष तथा एक महिला भी उपस्थित थी। मुम्बई के साई ट्रेवल्स से वह शेगांव आये और वहां से अपने अंग्रेज रिस्तेदार जोसेफ स्टीफन कंपनी स्वीडन (अमेरिका) ने सन 1860 में बनाई गई सभी वस्तुओ का बारकाई से निरीक्षण किया। अंग्रेज कालीन पत्थरो से बनाई गई बड़ी बड़ी इमारते तथा पुलिया का फोटो अपने कैमर्रे मे कैद करते करते आज दोहपर करीब 1 बजे अंग्रेजकालींन बनाये गए कुरुम रेलवे स्टेशन पहुचकर यहां की सभी वस्तु स्थिति का बारकाई से जायजा लेकर डयूटी पर तैनात स्टेशन प्रबंधक जी एम बावने को अंग्रेजो ने अपना परिचय देकर मुलाकात की ओर रेल की जानकारी हासिल की। इन अंग्रेजो के पास एक बुक थी जिसमे इंडियन रेल तथा स्टेशन के बारे में पूरी जानकारी लिखी हुई थी। शेगाव से लेकर बडनेरा तक सभी काम का ठेका स्वीडन के जोसेफ स्टीफन को दिया गया था वह इन अंग्रेजो का खानदानी रिस्तेदार था और इनका खास काम देखने इंडिया आये थे ऐसा उनका कहना था। और आगे टाकली एवं बडनेरा के लिए रवाना हुए।

इस वक्त अंग्रेजो को देखने गांव की महिलाएं बच्चे एव पुरुशो की ज़ुण्ड लगी हुई थी। गांव के लोगो ने भी अंग्रेजो को अच्छा को-ऑपरेट किया सब के घर जा जा के हर चीज की जानकारी ली।और कई गांव वासियो के साथ फोटो भी खिंचवाए।
