जामनेर (नरेंद्र इंगले). तहसील के वाकड़ी गांव में दलित समाज के नाबालिगों को निजी खेत की बावड़ी में नहाने पर सजा के तौर पर सवर्ण समाज के दो लोगों ने नंगा कर बेल्ट से पिटने का मामला सोशल मीडिया और अखबारों की सुर्खियां बन गया. वीडियो सामने आने पर हरकत में आए प्रशासन का गांव मे तांता लग गया है. दूसरी ओर दलितों के बच्चों को मामूली बात पर अमानवीय तरीके से पीटने के बाद जिलाधिकारी ने पीड़ित बच्चों के परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए है.
जानकारी के मुताबिक वाकड़ी गांव में कुछ दिन पहले दोपहर करीब 3 बजे अनू जाति (मातंग) समाज के नाबालिग एक खेत में बनी बावड़ी में तैरने गए थे. तभी खेत का मालिक प्रल्हाद कैलास लोहार उर्फ सोन्या अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंच गया और उसने बावड़ी में नहाते बच्चों को देख लिया. दलितों के बच्चों को बावड़ी में नहाते देख प्रल्हाद गुस्से से आगबबूला हो गया. उसने बच्चों को बावड़ी के बाहर आने के लिए कहा. डरे-सहमे सात-आठ दलित बच्चे लोहार का रौद्र रूप देखकर भाग खड़े हुए. लेकिन लोहार ने उनका पीछा किया, तो उसके हाथ दो बच्चे लग गए. लोहार ने दोनों बच्चों को पकड़ कर खेत के एक कच्चे मकान की दीवार से सटाकर खड़ा किया. इसके बाद उसने बच्चों के कपड़े उतरवाए. इसके बाद लोहार ने कमर के पट्टे से दोनों बच्चों की बेरहमी से गब्बर स्टाइल से पिटाई करना शुरू कर दिया. बच्चों की पिटाई के बाद लोहार ने बच्चों को खेत से करीब एक मील दूरी तक कर्णफ़ाटा गांव तक नंगा घुमाया.
इस दौरान लोहार के सहयोगी ईश्वर बलवंत जोशी ने इस पूरी वारदात को अपने स्मार्ट फ़ोन में वीडियो बना कर कैद कर लिया. जोशी की मंशा लोहार की इस दिलेरी को लोगों तक पहुंचाने की थी, लेकिन इसका उल्टा हो गया. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इस घटना की जमकर कड़ी निंदा की. वीडियो का संज्ञान लेकर हरकत में आए समाज के संवेदनशील लोगों ने नाबालिगों के साथ हुई इस अमानवीयता के खिलाफ आवाज उठाई और न्याय की गुहार लगाते हुए गुरुवार को पहुर थाने पहुंच गए.
पीडित नाबालिगों में से एक की मां दुर्गाबाई चान्दने की तहरीर पर प्रल्हाद लोहार और इश्वर जोशी के खिलाफ अनू जाति-जनजाती अत्याचार निवारण कानून 1989 की धाराए , बाल यौन शोषण प्रताडना प्रतीरोधी कानून तथा सूचना तकनीकी कानून की विभिन्न धाराओ तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियो को गिरफ्तार किया गया.
शुक्रवार दोपहर जिलाधिकारी किशोर निंबालकर ने पीडित बच्चों तथा उनके परिजनों से मुलाकात की. इस समय पीड़ित के परिवारों ने नाबालिगों पर हुए अत्याचार का दुखडा खुलकर सुनाया. डीएम ने तत्काल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश देते हुए पुलिस को प्राथमिकी में मामले से जुड़े जरूरी संशोधनों के साथ पीड़ित परिवारों की पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए है. तत्पश्चात सुबह मंत्री गिरीश महाजन ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया.