दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि) दिल्ली में होनेवाले एमसीडी चुनाव में वीवीपीएटी ईवीएम से चुनाव करने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की. इस याचिका पर उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग से दो दिन में जवाब देने को कहा है. इस संदर्भ में न्यायलय ने एक नोटिस जारी किया है.
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा की पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए एक याचिका का जिक्र किया गया और पीठ ने इस मामले पर आज ही सुनवाई करने पर सहमति जताई.
एमसीडी चुनाव में पाषर्द के चुनाव के लिए मैदान में उतर रहे मोहम्मद ताहिर हुसैन और आप द्वारा दायर याचिका का वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने जिक्र किया. उन्होंने अदालत से विभिन्न राज्यों में ईवीएम से छेड़छाड़ की हालिया कथित घटनाओं के मद्देनजर इस मामले को आज के लिए सूचीबद्ध करने की अपील की.
याचिकाकर्ता ने यह जानना चाहा कि दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने पहली पीढ़ी की ईवीएम क्यों मांगी जो कि एमसीडी चुनाव कराने के लिए न्यूनतम सुरक्षा सुविधाओं से युक्त है. उन्होंने एमसीडी चुनाव के लिए राजस्थान से लाई गई मशीनों के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताई है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी चुनाव के लिए राजस्थान से लाई गई ईवीएम मशीनों से कथित छेड़छाड़ किए जाने का हाल में आरोप लगाते हुए इन्हें इस्तेमाल नहीं करने की मांग की थी. केजरीवाल ने कहा कि केवल वीवीपीएटी युक्त मतदान मशीनों का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
वोटर वेरिफाइट पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) मतपत्र रहित मतदान प्रणाली का इस्तेमाल करने वाले मतदाताओं को फीडबैक मुहैया कराने का एक तरीका है.