पुणे. आज पूरा देश में सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है. लेकिन यह सभी एप विदेशी कंपनियों और विदेशियों द्वारा डेवलप किये गये है. इस कारण हमारे देश के नागरिकों के डाटा की कोई गोपनीयता नहीं रही. ऐसे में अब सोशल मीडिया में भारतीयों को देश में बना हुआ ‘टॉकबिज़’ एप एक विकल्प के रूप में मिल गया है. जिसे बनाया है पुणे के पंकज सालुंके ने.
– अब तक 5 लाख ने किया डाउनलोड़
यह एप बाकि सोशल मीडिया एप की तुलना में काफी बेहतर है. इसमें फेसबुक, व्हाट्स एप से लेकर बाकि अन्य एप के सभी ऑप्शन्स समाहित है. साथ ही यह एप बेरोजगारों के लिए रोजगार के कई अवसर भी प्रदान करेगा. इस एप की खूबियों के चलते इसे इतना पसंद किया जा रहा है कि एक महीने के भीतर ही इसे 5 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है.
एप का निर्माण करने वाले पंकज का कहना है कि, सोशल नेटवर्किंग साइट पर बड़ी संख्या में चीनी कंपनियों का दबदबा है. वहीं आज सारे देश में स्वदेशी अपनाओ का नारा दिया जा रहा है. ऐसे में हम सिर्फ घरेलू और खाने-पीने की वस्तुओं पर स्वदेशी अपनाने तक सीमित रह रहे हैं क्योकिं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारे पास विकल्प नहीं है. इसलिए मेरे मन में कुछ ऐसा एप बनाने का विचार आया, जो नया और बाकी सब से अलग हो. इस एप में चैटिंग करने के साथ नौकरी भी खोज सकते है या किसी कंपनी में मनुष्य बल की जरुरत है, इसकी भी जानकारी मिल सकती है. पंकज इस एप को बनाने की तैयारी पिछले तीन साल से कर रहे थे. पर आर्थिक अडचनों के चलते नहीं बना पाए थे. लेकिन मन में कड़ी मेहनत और लगन से सभी दिक्कतों को मात देते हुए सालुंके ने यह एप तैयार कर डाला. पिछले माह यह एप नागरिकों के लिए प्लेस्टोर में उपलब्ध कराया गया है. जिसे डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों से डाउनलोड किया है.
– मेक इन इंडिया से मिली प्रेरणा
एप बनाने की प्रेरणा को लेकर बात करते हुए पंकज ने बताया कि, प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया से प्रभावित होकर उन्होंने यह स्वदेशी मोबाइल एप तैयार करने की योजना बनाई थी. जिसमें उन्हें कामयाबी हासिल हुई. सोशल मीडिया की कमान विदेशियों के हाथों में होने पर सवाल उठते रहे हैं. फेसबुक, गूगल और व्हाट्स एप जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी भारत में इजाद होने की मांग होती रही है. व्हाट्स एप का विकल्प तैयार करके पंकज ने नयी दिशा दे दी है. किसान हो या कारोबारी अथवा विद्यार्थी सभी की जिंदगी में स्मार्ट फोन आज एक अविभाज्य अंग बन गया है. बड़ी संख्या में लोग व्हाट्स एप और फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं. संदेशों के आदान-प्रदान के साथ आर्थिक लेन-देन भी इंटरनेट के माध्यम से हो रहे है. वर्तमान में जितने मोबाइल एप है वे विदेशों में विकसित किये गये है. अब भारत में ‘टॉकबिज़’ के माध्यम से लोगों को एक स्वदेशी विकल्प मिल गया है. पिछले माह यह एप नागरिकों के लिए प्लेस्टोर में उपलब्ध कराया गया है. जिसे डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों से डाउनलोड किया है.
– एप की विशेषताएं
टॉकबिज़ एप में संदेशों को सुना भी जा सकता है. संदेशों के नीचे बटन टच करने पर वर्ड तो वाइस के जरिये मैसेज सुना भी जा सकता है. मैसेज शेड्यूल किया जा सकता है. दोस्त या रिश्तेदार के जन्मदिन पर दिन व तारीख सेट करके शुभ सन्देश तय समय पर दिया जा सकता है. टॉक बिज़ पर डीपी रखने की मल्टिपल सुविधा है. एक ही समय में कई डीपी रखी जा सकती है. फेसबुक जैसे ही टॉक बिज़ पर सन्देश पोस्ट करने, स्टेट्स और प्रोफाइल अपडेट करने की सुविधा है.