अंबरनाथ ( उमेश यादव ) – उच्चतम न्यायालय और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की फटकार के बाद उल्हासनगर शहर में ज्यादातर जींस धुलाई उद्योग बंद हो गए हैं। अब इन उद्योगों ने ग्रामीण क्षेत्रों की राह पकड़ ली है। मलंगगड, अंबरनाथ और बदलापुर तहसीलों के ढोके, खरड, आंभे, शेलारपाडा, पोसरी और गारपे गांव में जींस धुलाई उद्योग पसरने लगे हैं।
हालांकि इनसे ग्रामीण आबोहवा भी प्रदूषित हो रही है। ग्राम पंचायतों से अनुमति लिए बिना जींस उद्योग ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे हैं। दरअसल, वालधुनी नदी प्रदूषण मामले में अदालत ने उल्हासनगर नगरपालिका प्रशासन को फटकार लगाई थी। अदालत ने नदी प्रदूषित करने वाले इन जींस धुलाई के कारखाने बंद कराने के आदेश दिए थे। (मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित)