भोपाल ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – मध्यप्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के दसवें दिन शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दशहरा मैदान में ‘शांति बहाली के लिये’ अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गये। उन्होंने किसानों को यहां समस्या के समाधान के लिये आने का आहवान भी किया है। भेल क्षेत्र के दशहरा मैदान में इस मौके पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि फसल उत्पादन बहुत अधिक हुआ है। अन्न के भंडार भर गये हैं, लेकिन जब फसल उत्पादन बढ़ता है तो फसल की कीमत गिरती है, और जब कीमत गिरती है, तो तकलीफ किसान और उसके परिवार को होती है। मैं आपकी :किसानों की: तकलीफ समझता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश की सरकार आपके साथ है। मेहनत से पैदा किया गया फसल उत्पाद किसान से खरीदा जायेगा और उसे फसल का लाभदायक दाम दिया जायेगा। किसान की मेहनत किसी भी स्थिति में बेकार नहीं जायेगी।’’ उन्होने कहा, ‘‘सरकार ने किसानों से आठ रुपये प्रतिकिलो के भाव से प्याज खरीदना शुरु कर दिया है और बड़ी मात्रा में प्याज खरीदा जा चुका है।’’ उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनका पूरा प्याज सरकार द्वारा खरीदा जायेगा।
वहीँ विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस अनशन को ‘नौटंकी’ बताया। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उपवास पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह किसानों से जुड़े सवालों का जवाब देने की बजाए ‘झूठा उपवास’ कर रहे हैं जबकि उन्हें राजनीतिक वनवास लेना चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि श्री चौहान और भारतीय जनता पार्टी झूठा उपवास करके अपने अपराध को छिपाने के लिए स्वांग रच रही है और ढ़ोंग कर रही है। सरकार को किसानों पर फायरिंग करने वालों के खिलाफ कत्ल का मुकदमा दर्ज करना चाहिए था लेकिन मुख्यमंत्री चार दिन तक इस फायरिंग को लेकर लोगों को गुमराह करती रही।
कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत और क़र्ज़ माफ करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदेश में एक जून से किए जा रहे किसान आंदोलन का आज दसवां दिन है। किसानों ने आंदोलन के शुरू में ही इसे दस दिन तक चलाने की घोषणा की थी। यह किसान आंदोलन तब हिंसक हो गया जब मंदसौर जिले में छह जून को पुलिस गोलीबारी में प्रदर्शन कर रहे पांच किसानों की मौत हो गयी और छह किसान घायल हो गये। इस घटना के बाद पूरे पश्चिम मध्यप्रदेश में हिंसा फैल गयी थी।