धुलिया (तेज समाचार प्रतिनिधि) -शातिर महिला ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर एक व्यक्ति का विश्वास संपादन कर एक लाख दस हजार रुपये बैंक से निकाल लिए ठगी का पता उस समय चला जब उनके खाते से एक लाख दस हजार रुपये के तीन ट्रांजेक्शन हो चुकी थी। मोबाइल फोन पर मैसेज आने के बाद बैंक पहुँचे लेकिन तब तक खाते से राशि निकाली जा चुकी थी। देवपुर वाड़ीभोकर निवासी प्रसाद नानेश्वर विंचुरकर 46 वर्षीय ने पुलिस को बताया कि उस के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाली शातिर महिला ने बताया कि वह बैंक से बोल रही है और किन्हीं कमियों के कारण उनका खाता बंद होने वाला है। यदि आप खाता जारी रखना चाहते हैं तो इससे संबंधित जानकारी देनी होगी। प्रसाद नानेश्वर विंचुरकर ने कॉल करने वाले शातिर को बैंक अधिकारी समझकर जानकारी उपलब्ध करवा दी। इसके कुछ ही मिनटों बाद खाते से रुपये निकलने आरभ हो गए। उन्होने बताया कि इसकी जानकारी उन्हे तब मिली जब मोबाइल फोन पर खाते से पैसे निकलने का संदेश आया। इसके बाद वह तुरत संबंधित बैंक की शाखा में घटना की जानकारी दी और इसके बाद ही बैंक कर्मचारियों ने खाता बंद किया। उन्होने कहा कि खाता बंद करवाने तक शातिरो ने उनके खाते से एक लाख दस हजार रुपये निकाल लिए थे। विंचुरकर की शिकायत पर आजाद नगर पुलिस ने फर्जी बैंक अधिकारी नेहा शर्मा के खिलाफ मुकदमा सी आर क्रमाक 60 / 2017 ईपीसी की धारा 406 420 अनुसार दर्ज कर लिया है।