धुलिया. महाराष्ट्र में पहली बार मध्य प्रदेश और गुजरात की तरह सरपंच पद के सीधे चुनाव के तौर पर शिरपुर तहसील में कुल 17 ग्रामपंचायतों का चुनाव अभी हाल ही में सम्पन्न हुआ है. जिसकी गिनती सोमवार को हुई. जिसमें कांग्रेस पार्टी ने 13 ग्रामपंचायतों में जीत हासिल करके कांग्रेस की जीत का परचम लहराया. शिरपुर तहसील धुलिया जिले में राजनीति का प्रमुख केंद्र माना जाता है. शिरपुर से विधानसभा सदस्य विधायक काशिराम पावरा और विधान परिषद सदस्य विधायक अमरिश पटेल यह दोनों ही महाराष्ट्र विधानमंडल के प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक कांग्रेस पार्टी के है. तहसील क्षेत्र में पिछले तीन दशकों से कांग्रेस की जीत की परंपरा चली आ रही है. जिससे अमरीश पटेल के कुशल नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने आज भी कायम रखी है. दूसरी ओर देखा जाये तो आदिवासी बहुल शिरपुर तहसिल हमेशा कांग्रेस के साथ रहा था. लेकिन पिछले छह सात सालों से बीजेपी ने तहसील अध्यक्ष राहुल रंधे के नेतृत्व में पुरी ताकत से ग्रामीण इलाकों मे अपने पाँव जमाने शुरू कर दिये हैं. जिसका परिणाम कल के हुए चुनाव में चार ग्राम पंचायतों में बीजेपी ने अपनी जीत का खाता खोला है. आनेवाले दिनों में दिनों में शिरपुर तहसील की सियासत में तेजी से बदलाव आ रहा है. जिसके लिए कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी को तहसिल की राजनिती पर काबु पाने के लिये राजनितीक पार्टीयों को कडी मेहनत करनी पडेगी. खास करके आदिवासी इलाके में जिस पार्टी का विस्तार होगा, यकिनन जीत उसी पार्टी की ही होगी. क्योंकी तहसिल का 77 प्रतिशत मतदाता आदिवासी है. आनेवाले दिनों में तहसिल की जनता किसे अपनायेगी यह तो आने वाला समय ही तह करेगा लेकिन शिरपूर तहसिल कि राजनिती तेजी से बदल रही है.