शिरपुर( तेजसमाचार प्रतिनिधी ) :शिरपुर ऊमर्दा मे आर. सी. पटेल मेडीकल फाऊंडेशन के तत्वावधान में आंखों की जांच का शिविर आयोजित किया गया था । जांच के उपरांत मरीजों को नजर के चष्मे भी वितरित किए गए । कार्यक्रम के दौरान उपनगराध्यक्ष तथा प्रियदर्शनी सूतगिरणी के चेअरमन भूपेश पटेलने ग्रामीण क्षेत्र मे स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के साथ, तहसिल की सेवा करने का व्रत लेने का प्रतिपादन किया! इससे पहले मान्यवरों के हाथों देव मोगरा माता कि प्रतिमा को पुष्पहार अर्पित कर, कार्यक्रम की शुरूआत हुई!
तहसिलमे दर्जेदार शिक्षा देनेके साथ, स्वास्थ्य, नशामुक्ती आदी सामाजिक समस्याओंपर काम करते हुए, हर नागरिक सरकारी योजनाओं का लाभ लेने का आवाहन भी भूपेशभाईने किया! आर. सी. पटेल फाऊंडेशन के माध्यम से आँखकी शस्रक्रिया हुए 152 मरीजों को मुफ्तमे ऐनक बाँटे! इस वक्त फाऊंडेशन और विविध आँखका अस्पताल के सहयोग से मुफ्तमे आँखोंका अॉपरेशन किया गया! वहीं शंकरा आय अस्पताल, आनंद (गुजरात), रोटरी आय अस्पताल दोंडाईचा, सुरत मांडवी के दिव्यजोती आय अस्पताल एवंम कांतालक्षी आय अस्पताल आदी उक्त अस्पताल मे कूल मिलाके 847 मरिजोंपर सफलतापूर्वक अॉपरेशन किया गया! जिसपर सभी मरीजों ने फाऊंडेशन को धन्यवाद देते हुए समाधान व्यक्त किया!
जिला परिषद उपाध्यक्ष देवेंद्र पाटीलने अपने मनोगतमे शिविरों का लाभ लेने को कहा! वहीं अपने प्रास्ताविकमे शिसाका के संचालक जयवंत पाडवीने पिछले तीन महिनोंसे शुरू स्वास्थ्य शिविरों की उपलब्धी गिनाने के साथ 25 मार्च को इंदीरा मेमोरियल अस्पताल शिरपुरमे सर्वरोग निदान शिवीर होनेकी जानकारी दी! रणजीत पावरा ने अमरिशभाई के अथक प्रयासोंसे जरूरतमंदोंको स्वास्थ्य सुविधा मिलने की बात कही! इस स्वास्थ्य कार्यक्रम की सफलता के लिये भूपेशभाई फ्रेंड सर्कल के जयवंत पाडवी, जगन शेवाले, शिवाजी वसावे, गाँवके नागरिक और योजना अपने द्वार अभियान के भैरव राजपूत, महेश पाठक आदीने परिश्रम लिये! इस अवसरपर भूपेशभाई पचेल, देवेंद्र पाटील, दिपक गुजर, रणजीत पावरा, राजेंद्र पाटील, मोहन महाजन, जयवंत पाडवी, जमुनाबाई वसावे, शिवाजी वसावे, प्रसन्न जैन, नितीन गिरासे, नारसिंग पावरा, चंद्रसिंग शेवाले, सुनिल पाडवी, सिताराम तडवी, जगन पावरा, जगदिश पावरा, राजेश भंडारी, संजय चौधरी, यशवंत पाडवी आदी उपस्थित थे!
लता शामा पावरा (उम्र 35) वकवाड तह. शिरपूर की महिला के चार साल पहले डिलेवरी दौरान दोनो आँखोंकी रोशनी चली गई थी! उनकी आँखोंका इलाज और उनके दो बच्चों की शिक्षा पुरी करने की जिम्मेदारी लेते हुए, एक साल तक राशन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी ।