पलक्कड़ (केरल). 71वें स्वतंत्रता दिवस पर केरल के पलक्कड़ के कर्नाकेयमन स्कूल में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने तिरंगा फहरा कर एक प्रकार से कम्यूनिस्टों को खुली चुनौती दी है. हालांकि स्थानीय कलेक्टर ने स्कूल को ऐसा न करने के आदेश जारी किए थे. लेकिन स्कूल ने कलेक्टर के आदेश को दरकिनार कर क्रांतिकारक कदम उठाते हुए मोहन भागवत के हाथों झंडा वंदन करवाया. माना जा रहा है कि अब जिला प्रशासन स्कूल के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है.
– सरकारी ग्रांटवाले स्कूलों की सीमाएं
नियमों के मुताबिक, सरकार से मदद मिलने वाले स्कूलों में केवल टीचर और चुने गए प्रतिनिधियों जैसे विधायक, सांसद शामिल हैं. हालांकि, बीजेपी ने कलेक्टर पी. मैरीकुट्टी के इस आदेश को गैर-जरूरी बताया. कहा था कि भागवत झंडा फहराएंगे. बीजेपी और आरएसएस का कहना है कि झंडा कोड के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर कोई भी स्कूल में ध्वजारोहण कर सकता है. लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के आदेश के बाद भी भागवत स्कूल पहुंचे और तिरंगा फहराया है. आरएसएस विचारक प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने फोटो ट्वीट कर कहा कि कम्यूनिस्टों के रोकने के बाद भी मोहन भागवतजी ने केरल के पलक्कड़ के एक स्कूल में झंडा फहराया.
– पुलिस दर्ज कर सकती है मामला
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कर्नाकेयमन स्कूल में यह प्रोग्राम हुआ. इसे सरकार से आर्थिक मदद मिलती है. कलेक्टर ने कहा कि हम इस मामले में जांच के बात एक्शन लेंगे. जरूरी हुआ तो पुलिस को इस मामले में केस रजिस्टर करने के लिए भी कहेंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि यह स्कूल आरएसएस समर्थकों का है. उन्होंने भागवत को भारत के स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था.