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जलगांव पीटीए पद ग्रहण समारोह में लिया गया निर्णय
जलगांव ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – रविवार 29 जुलाई 2018 को आई एम आर कॉलेज में प्रोफेशनल टीचर एसोसिएशन की संपन्न हुई जिला स्तरीय बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया.
कार्यकारिणी के गठन के साथ ही जलगांव पीटीए ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए जलगांव जिले के शासकीय और अशासकीय अनुदानित गैर अनुदानित संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों द्वारा प्राइवेट कोचिंग लिए जाने पर नकेल कसने का मन बनाया.
जलगांव पीटीए द्वारा संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों द्वारा दोहरे मापदंड प्रयोग करते हुएनोकरी के साथ साथ कोचिंग क्लासेस में पढ़ाए जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए ऐसे शिक्षकों के खिलाफ उच्च न्यायालय में मामले दर्ज करने की बात भी सर्वसम्मति से पारित की.
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में पीटीए के महाराष्ट्र अध्यक्ष डॉक्टर रविंद्र फड़के, उपाध्यक्ष यशवंत बोरसे, सचिव डॉ प्रशांत कुलकर्णी, कोषाध्यक्ष सुधाकर सावंत, नाशिक विभाग अध्यक्ष भैया साहब मगर, सचिव नीलकंठ प्रहलाद पाटिल , जलगांव जिला अध्यक्ष संजय पाटिल के हाथों सरस्वती पूजन किया गया.
जिस के उपरांत पोलादपूर बस दुर्घटना के 33 मृतकों, जलगांव के पूर्व नगरसेवक -सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र अन्ना के निधन पर 2 मिनट का मौन धारण करते हुए श्रद्धांजलि भी दी गई.
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राध्यापिका सविता वाणी ने स्वागत भाषण करते हुए पीटीए की आवश्यकता की जानकारी दी. जिस के उपरांत भीष्म आचार्य पुरस्कार से सम्मानित महावीर क्लासेस के संचालक नंदलाल गादिया सर ने प्रस्तावना करते हुए बताया कि 18 वर्ष पूर्व में भी जलगांव पीटीए स्थापित करने का प्रयास किया गया था. यह सपना आज पूरा हो रहा है. उन्होंने सभी उपस्थितों का आभार व्यक्त करते हुए जलगांव पीटीए को ₹11000 की सहायता भी प्रदान की.
कार्यक्रम में राज्य पदाधिकारियों ने वर्ष 2018 – 21 के लिए जलगांव कार्यकारिणी का गठन करते हुए पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की. जलगांव अध्यक्ष के पद पर प्रा. व्यंकटेश अयंगार, उपाध्यक्ष सौ सविता वाणी , सचिव विश्वेश खंडेलवाल, सहसचिव राकेश शिम्पी , कोषाध्यक्ष नरेंद्र मांडगे, कार्यकारणी सदस्य सौ मोनिका चड्ढा, सौ सुवर्णा काबरा , विनोद काम्बले, मनोज चौधरी , श्रीकांत पाटिल, सुरेश राजपूत आदि चुने गए. इस जिला स्तरीय सम्मेलन जलगांव शहर के अलावा 13 तहसीलों से कुल 150 क्लास संचालक मौजूद थे.
जलगांव पीटीए के इस सम्मलेन में जलगाँव शहर के अलावा 13 तहसीलों के प्रतिनिधियों में से एजाज पठाण, श्री माळी, श्री तायडे, श्री शक्ती, राजेश पाटील, श्री साटोटे, श्री वाजपेयी, श्री नाईक, श्री काझी, श्री रायगडे, श्री गहिवाल व जळगाव ग्रामीण मधून ज्योती पाटील ने अपने विचार व्यक्त किये. जिसका जवाब देते हुए महाराष्ट्र अध्यक्ष डॉक्टर रविंद्र फड़के ने बताया कि नौकरियों पर कार्यरत शिक्षक ना केवल सरकार व संस्थाओं के साथ धोखा कर रहे हैं, बल्कि अधिक पैसा कमाने के लालच में कोचिंग व्यवसाय को भी बदनाम कर रहे हैं. ऐसे शिक्षक मुफ्त में कोचिंग देने के नाम पर बेरोजगार क्लासेस चालकों को ख़त्म करने का षडयंत्र रच रहे हैं. डा.फडके ने बताया कि विगत 19 जुलाई को नागपुर में मानसून सत्र के दौरान आन्दोलन करते हुए शिक्षण मंत्री को राज्य में चल रही इस दोहरी भूमिका से अवगत भी कराया. इस चर्चा के आधार पर ही एक्शन प्लान तैयार करते हुए प्रोफेशनल टीचर एसोसिएशन द्वारा अब ऐसे शिक्षकों के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में मामले दर्ज किये जायेंगे.
इस बीच जलगांव पी.टी.ए. ने ऐसे शिक्षकों के बारे में जिले भर से जानकारी मंगवाते हुए आह्वान किया है कि इस तरह के कार्यरत शिक्षकों की जानकारी कार्यालय में पहुंचाई जा सकती है. जिस पर त्वरित जांच करते हुए कार्यवाही की जाएगी.
डॉक्टर रविंद्र फड़के ने क्लासेस चलाने वालों के सम्मान की बात करते हुए कहा कि क्लासेस वाले अपने सामजिक दायित्व को भी निभा रहे हैं. पी.टी.ए. राज्य भर में अपने इस दायित्व को बखूबी निभायेंगे.