रावेर(तेज़ समाचर प्रतिनिधि):आगामी सोमवार को पोला पर्व होने की पार्श्वभुमी पर साज, श्रृंगार की वस्तुओं से बााजरपेठ सजी हुई है। बढ़ रही महंगाई का असर इस सामग्री पर भी हुआ है। श्रावण माह के आखिर में वद्य अमावस को मनाया जाने वाला यह पर्व धूप, बारीश की पर्वाह ना करते हुए खेत में काम करने वाले लाडले बैलों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के साथ-साथ उनका सराहना करने के लिये किसान वर्ग द्वारा बडे उत्साह में एवं पारंपारीक तरीके से मनाया जाता है। कृषी प्रधान होने वाले रावेर तहसील में भी पोला बडे उत्साह एवं जल्लोष के साथ मनाया जाता है।
इस पार्श्वभुमी पर सर्जा राजा के साज श्रृंगार के लिये लगने वाली सामग्री की दुकानों से बाजारपेठ सजी हुई है। सफेद एवं रंगीत रस्सी, आयनों के साथ रंगीबेरंगी मणीयों को बुनकर तैयार किये गए गोंडे, कवडी गोंडे, रंगीत मणी गोंडे, घुंगर माला, घंटी, नाथ, म्होरकी आकर्षक रंगीबेरंगी हार, पैरों के हार, ब्रश, मनमोहक आकर्षक झुल ऐसे विविध साज श्रृंगार की सामग्री से दुकानों से बाजारपेठ सजी है। तथा आकर्षक रंगसंगती के मिट्ठी के तथा प्लास्टर ऑफ पैरीस के छोटी बड़ी साईज के बैल भी बड़े पैमाने पर बाजार में बिक्री के लिये आये है। पोला पर्व के चलते नारियल की भी बड़ी मांग होती है। इस पार्श्वभुमी पर बडे पैमाने पर नारियल बाजारपेठ में दाखिल हुए है। सर्जा राजा की साजश्रृंगार की कीमत में इस साल भी वृद्धी होने की जानकारी विक्रेताओं ने दी।