यावल (तेज समाचार प्रतिनिधि). वनविभाग के गश्त दस्ते द्वारा शुक्रवार देररात को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर की गई कारवाई में लगभग सवा लाख रुपये की सागवान लकड़ी जब्त की गई। सातपुड़ा किनारे होने वाले वाघझिरा गांव के पास यह कारवाई की गई। इस कारवाई के चलते सातपुड़ा में साग तस्कर पुन: सक्रीय होने की बात प्रकाश में आई है। प्रादेशिक वनविभाग यावल गश्त दस्ते के वनक्षेत्रपाल एस.आर.पाटील को मिली गुप्त जानकारी के अनुसार सातपड़ा वन से वाघझिरा गांव के पास नाल्या मार्ग से अनाधिकृत रूप से सातपुडा वन में कटाई कर सागवान लकड़ी की यातायात होने की जानकारी मिली। इसके आधार पर शुक्रवार रात को गश्त दस्ते के वनक्षेत्रपाल पाटील ने वनरक्षक एस.आर.माली, जगदीश ठाकरे, संदीप पंडीत, योगीराज तेली इस दस्ते के साथ वाघझिरा के पास स्थित नाले का सर्च ऑपरेशन चलाया। तब उस जगह पर उन्हे सागवान लकड़ी से १3 नग कट साईज ०.४२५ घनमिटर लकड़ी मिली। जिसकी बाजारी कीमत लगभग सवा लाख रुपये है। शासकीय कीमत 3५ हजार है। यह सागवान तत्काल जब्त कर परिसर में साग तस्करों की खोज मुहिम की गई। किन्तू कोई नहीं पाया गया। संपुर्ण माल यावल उपवन केंद्र में जमा किया गया है। तथा इस कारवाई के चलते सातपुडा वन में पुन: सागवान तस्करों का सीर उपर आने की बात स्पष्ट हुई है। वन में लकड़ी तोडने वालों के खिलाफ सक्षम मुहिम चलाना जरूरी होने की बात वृक्षपे्रमियों द्वारा व्यक्त की जा रही है।