जलगांव(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):लगभग ३०० सालों की परंपरा वाले सारंगखेडा का यात्रोत्सव एवं अश्व बाजार पर्यटकों का आगामी काल में आकर्षण साबित होगा। तथा अश्व संग्रहालय देश-विदेश के अश्वप्रेमी एवं पर्यटकों का आकर्षण साबित होगा। नंदुरबार जिले के पर्यटनस्थलों का विकास कर रोजगार निर्मिती पर ध्यान दिया जाएगा ऐसा प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को किया। सांगरखेडा, ता. शहादा, जिला. नंदुरबार में यात्रोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित चेतक फेस्टिव्हल के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री फडणवीस के हाथों अश्वसंग्रहालय का भुमिपूजन किया गया। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस बोल रहे थे। इस अवसर पर राज्य के पर्यटन, रोजगार हमी योजना व नंदुरबार जिले के पालकमंत्री जयकुमार रावल, सांसद डा.हीना गावित, विधायक डा. विजयकुमार गावित, चेतक फेस्टिवल समिती के अध्यक्ष जयपाल रावल, जिला परिषद सदस्या ऐश्वर्या रावल, सरपंच भारती कोली, पर्यटन व सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव नितीन गद्रे, नाशिक विभागीय महसूल आयुक्त महेश झगडे, प्रभारी जिलाधिकारी अनिल पाटील, महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल के व्यवस्थापकीय संचालक विजय वाघमारे, सहव्यवस्थापकीय संचालक आशुतोष राठोड, महाव्यवस्थापक स्वाती काले, विक्रांत रावल, रेखा चौधरी, आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सांगरखेडा के चेतक महोत्सव के लिये पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल, महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल के अधिकारी परिश्रम लेकर आयोजित किया हुआ फेस्टिव्हल सराहनीय है।
जिला सूचना कार्यालय, धुलिया की ओरसे प्रकाशित होने वाले यशर्थ के माध्यम से इस महोत्सव का संदर्भ सीधे महाभारत काल में होने की बात पता चलती है। चेतक फे स्टिवल आगामी काल में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीयस्तर पर पहुंचेगा। यहां होने वाले अश्व संग्रहालय के उपलक्ष्य में अतिप्राचीन, प्राचीन काल से आज तक के घोडों का इतिहास, घोडो की अलग प्रजाती, उनकी ब्रिडींग सहित घोडों संदर्भ की विविध बाते आने वाले पर्यटकों को अश्व संग्रहालय के माध्यम से समझ आयेगी। इसी लिये यहां विकास एवं संशोधन केंद्र, पशुचिकित्सालय कार्यान्वित करने के बारे में विचार किया जाएगा। तापी नदी किनारे पर स्थित तीर्थक्षेत्र प्रकाशा के विकास के लिये 13 करोड़ रुपये का निधी उपलब्ध हुआ है। साथ ही तोरणमाल के विकास के लिये 5 करोड़ का निधी उपलब्ध कराया गया है। विश्व के पर्यटकोंको आदिवासी संस्कृती का बड़ा आकर्षण है।
नंदुरबार जिले का होली महोत्सव पर्यटकों के लिये पर्वणी साबित होगा। जिसके कारण इस बीच देश-विदेश के पर्यटक आने के लिये ब्रॅडिंग की जाएगी। ऐसा भी मुख्यमंत्री ने कहा। पर्यटन मंत्री रावल ने कहा कि सांगरखेडा यात्रोत्सव यानी बहुआयामी यात्रोत्सव है। यात्रा के माध्यम से यहां क ी परंपरा, संस्कृती सर्वोच्च पद पर ले जाने का प्रयास है। इसे विश्व के सामने लाने में मदद होगी। सांगरखेडा बॅरेज में वॉटर स्पोर्ट विकसीत किया जाएगा। इसके अलावा प्रकाशा, रावलापाणी, तोरणमाल, नंदुरबार का इमाम बादशाह दर्गा विकसित किया जाएगा। जिसके चलते जिले के सैकड़ों युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध होगा। राज्य के एतिहासिक, भौगोलिक, सांस्कृतीक, पर्यटन स्थल, अभयारण्य के बारे में जनजागृती मुहिम चलाई जाएगी। जिसके कारण आगामी काल में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पर्यटक आयेंगे ऐसा विश्वास पर्यटन मंत्री रावल ने व्यक्त किया। विधायक डा.गावित ने कहा कि सांगरखेडा महोत्सव को धार्मिक एवं एतिहासिक महत्व है। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव ने गदे्र ने कहा कि महाराष्ट्र के पर्यटन स्थलों की खोज कर उनका विकास कर वहां पर्यटकों को बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है।
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