जलगाँव ( विक्रांत राय ) – जलगाँव जिले में इन दिनों बंद पड़ी बीमा पालिसी, इन्वेस्टमेंट पालिसी फिर से शुरू कराने यां जमा रकम डूबने का डर दिखा कर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रीय होने की शिकायतें आ रही हैं.
तरह तरह की पालिसी बेचने वाले यह कथित लोग बंद पड़ी पालिसी की रकम वापिस दिलाने के नाम पर कुछ प्रीमियम रकम भरने के लिए कहते हैं. पालिसी धारक मोटी रकम मिलने के लालच में फिर से रकम जमा करा देते हैं. कागजी कारवाही पूरी होने के बाद पता चलता है कि पुरानी पालिसी जीवित करने के नाम पर कथित एजेंट ग्राहक को नई पालिसी पहनाकर चुना लगा देते हैं.
ठगी होने के बाद जटिल कागजी प्रक्रिया के कारण ठगा हुआ ग्राहक शिकायत करने की स्थिति में भी नहीं रहता, क्योंकि उपभोक्ता ने स्वयं अंग्रेजी के न समझ आने वाले कागजों पर हस्ताक्षर किये होते हैं. देश के बीमा और बैंकिंग नियामक इस बात से बिल्कुल बेपरवाह हैं.
नैतिकता को ताक पर रख कर धोखे से बीमा बेचने का गोरखधंधा चल रहा है. इस बीच जानकारों ने बताया कि साइबर क्राइम के बारे में अधिक जानकारी न होने के कारण लोग इस प्रकार की ठगी को गंभीरता से नहीं ले पाते . मसलन जब बंद पड़ी पालिसी के लिए कोई फोन यां मेल आता है तो ग्राहक को सज़गता दिखाते हुए सहायता लेनी चाहिए.
थोड़े से लालच में आकर पढ़ा लिखा उपभोक्ता भी पुरानी पालिसी फिर से शुरू करवाने के नाम पर जिन कागजों पर हस्ताक्षर कर देते हैं , उनसे वह ठगे जाते हैं. शिकायत होने पर कानून भी स्वीकृति कागजों पर शिकायतकर्ता के हस्ताक्षर होने के कारण कुछ नहीं कर पाता.
जानकारी मिली है की जलगाँव में चल रहे इस गोरखधंधे में HDFC, TATA, BIRLA SUN LIFE जैसी अनेकों बड़ी कंपनियों का नाम लेकर ठगी की जा रही है. जानकार बताते हैं कि ऐसी शिकायत आने पर उपभोक्ता ने त्वरित इस तरह कि सम्बंधित कंपनियों को पत्र व्यवहार, इमेल कर सुचना देनी चाहिए.