झांसी ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – बुंदेलखंड में लगातार तीन साल के सूखे के कारण लाखों की तादाद में गांव वालों ने अपने पालतू जानवर सड़कों पर खुले छोड़ दिए हैं। बड़ी तादाद में स्वतंत्र घूम रहे जानवर किसानों की फसलों के लिए तबाही का सबब बन रहे हैं। इन आवारा जानवरों की समस्या से जूझ रहे बुंदेलखंड की हर तहसील में प्रदेश सरकार ने चारागाह नीर्माण करने का निर्णय लिया है । उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने किसानों की फसल आवारा जानवरों से बचाने के लिए बुंदेलखंड के प्रत्येक जिले में फिलहाल कम से कम एक तहसील में एक मानक चारागाह का निर्माण जल्द से जल्द कराने का निर्देश दिया है। यह चारागाह अगले दो महीने में शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
राजीव कुमार ने कहा कि निर्मित होने वाले चारागाहों में भूसा रखने के लिए एक टिनशेड रूम, आवश्यक जलापूर्ति के लिए सोलर बेस पंप व बायोगैस की व्यवस्था सहित आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। बुंदेलखंड पैकेज के तहत भारत सरकार को भेजे गए लंबित प्रस्ताव 4714.64 करोड़ रुपये की स्वीकृति के लिए नीति आयोग से अनुरोध किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि बुंदेलखंड में पेयजल की समस्या को देखते हुए ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत झांसी जिले में उजियॉन ग्राम समूह जलापूर्ति योजना के लिए 27.60 करोड़ रुपये, जबकि ललितपुर जिले के ब्लॉक तालबेहट के पवा गांव में जलापूर्ति योजना के लिए 13 करोड़ रुपये की स्वीकृति तत्काल जारी कर काम शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। हाल ही में मुख्य सचिव ने बुंदेलखंड के पवा गांव का दौरा भी किया था।
बुंदेलखंड पैकेज और सूखा राहत के लिए अब तकनीति आयोग ने भारत सरकार को 4717.64 करोड़ रुपये के प्रस्तावित कार्यों में सिंचाई एवं जल संसाधन के लिए 2727.08 करोड़ रुपये, कृषि विभाग के लिए 139.05 करोड़ रुपये, लघु सिंचाई विभाग के लिए 665.36 करोड़ रुपये के प्रस्ताव दिए हैं।