श्रीनगर (तेज समाचार डेस्क). दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में सैन्य काफिले पर आतंकी हमले में शहीद हुए दो जवानों को सेना ने श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि समारोह में सेना प्रमुख बिपिन रावत समेत अन्य सुरक्षा बलों और नागरिक प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
जवान को श्रद्धांजलि देने के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि देश की सुरक्षा का कर्तव्य निभाते हुए दो सैनिकों ने अपनी जान दे दी, उन्हीं को श्रद्धांजलि देने आए थे. सेना प्रमुख ने कहा कि एक सैनिक के लिए, काम ही उसका धर्म है इसलिए हम अक्सर कहा करते हैं कि कर्म ही पूजा है. इसीलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए.
शनिवार को हुए हमले में शहीद नायक दीपक कुमा मैती वर्ष 1997 में सेना में शामिल हुए थे. वह पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और 13 वर्षीय बेटी है.
प्रवक्ता ने बताया कि इस हमले में गनर (ऑपरेटर) मणिवन्नन जी भी मारे गए जो महज 25 वर्ष के थे और वर्ष 2013 में सेना में शामिल हुए थे. वह तमिलनाडु के तिरूवन्नमलाई के रहने वाले थे. उनके परिवार में माता-पिता हैं.
– पैतृक स्थान भेजे जाएंगे शव
अंतिम संस्कार के लिए दोनों की पार्थिव देहों को उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया जाएगा जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सेना उनके शोकाकुल परिवारों के साथ दृढ़ता से खड़ी है.
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था जिसमें दो जवानों की मौत हो गई थी जबकि चार अन्य घायल हो गए थे.