सोलापुर. अपना खून अपना होता है और पराया तो पराया ही होता है. इस कहावत को साबित करनेवाली एक घटना सोलापुर के माढा तहसील के तहत केवड गांव में सामने आयी है, जहां एक महिला की उसके तीन सौतेले बेटों ने बड़ी निर्ममता से हत्या कर दी. शुक्रवार रात महिला अपने परिवार के साथ दिवाली मना रही थी, तभी उस पर जानलेवा हमला किया गया. बताया जाता है कि महिला की हत्या जमीन विवाद को लेकर की गई है. इसमें उसकी सौतेली बेटी भी शामिल है. पुलिस ने तीन लड़के और उनकी बहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार राजाबाई (40) नामक महिला की 20 साल पहले हरिश्चंद्र पवार नामक शख्स से शादी हुई थी. हरिश्चंद्र ने इसके अलावा भी दो और महिलाओं से शादी रचाई थी, उसमें से एक पत्नी सुशीला की मौत हो चुकी है. उसके दो बेटे राहुल और कृष्णा हैं. वहीं दूसरी पत्नी शहाबाई से एक बेटी फूलाबाई और बेटा वसंत हुआ था.
हरिश्चंद्र ने अपनी पूरी 7 एकड़ जमीन अपनी तीसरी पत्नी राजाबाई के नाम की थी, जबकि बाकी की दोनों पत्नियों के नाम कुछ भी नहीं था. सौतेले बेटे राजाबाई से जमीन का हिस्सा मांग रहे थे, लेकिन उसने हिस्सा देने से इनकार कर दिया था.
20 अक्टूबर की रात राजाबाई अपनी मां और बेटी के साथ घर के सामने दिवाली का त्यौहार मना रही थी. इसी समय उसके तीनों सौतेले बेटे और एक शख्स बाइक से वहां आए. उन्होंने राजाबाई की आखों में मिर्च पाउडर झोंका. कुछ समझने से पहले ही हमलावरों ने धारदार हथियार से राजाबाई पर कई वार किए. उसे बचाने गई राजाबाई की बेटी और मां पर भी हमला किया गया. हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. गंभीर रूप से घायल हुई राजाबाई ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
राजाबाई की मां कमला के मुताबिक जब उस पर हमला हो रहा था तब कई लोग वहां खड़े तमाशा देख रहे थे, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरु कर दी और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
सहायक पुलिस इंस्पेक्टर अतुल भोस के मुताबिक राहुल पवार और कृष्णा पवार को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि शेष दो आरोपी अभी फरार है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.