अकोला (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):शहर मे इस समय ज बजा कुडे के अंबर देखे जासकते है नगर निगम नालों एवं कचरा सफाई पर लाखों रूपये खर्च करती है लेकिन उसके बावजूद शहर की सफाई नहीं हो पा रही है। गंदे पाणि एवं कचरे से भरे हुये नाले नलिया भ्रष्टाचार की तरफ़ इशारा कररहे हैं।शहर के विभिन्न वार्डो में गंदे पानी के निकासी की व्यवस्था ठीक न होने के कारण पुरा गंदा पाणी रस्तो पर निकल रहा है जिस्की वजह से नागरीको को काफी मुश्किलो का सामना करना पड रहा है,साथ ही अस्वछता की वजह से विभिन्न प्रकार के रोगानू एवं मच्छरो का प्रकोप बढ गया है नागरीको का आरोप है कि मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा रहता है लेकिन नगर निगम के अधिकारी इस तरफ़ ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में जब प्रभाग 9 के पार्षद से बात करने का प्रयास किया जाता है तो वह फोन ही नही उठाते और न ही कभी मोहल्ले में आते हैं।
नगर निगम की लापरवाही से शहर में फैल रहा है गंदगी व बदबू से नागरिकों में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ रही है चुनाव से पूर्व किए गए वादे विफल नजर आरहे है
दुकानदार अपनी दुकानों का कचरा उसी रास्ते में डालते हैं। इसकी वजह से वहां कचरा फैल कर पूरी सड़क पर आ जाता है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है, नगर निगम, पार्षद या वहां के दुकानदार जो गंदगी फैलाते हैं?नगर निगम और पार्षदों की उदासीनता की वजह से तीन बड़े परिसर के नागरिको का बाहर निकलना मुश्किल नजर आता है। एक ओर जहां पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है वहीं अकोला में इस अभियान का मजाक उडाया जा रहा है।
प्रभाग 8 मे तो दया करे ईश्वर जैसे हालात है परिसर के नागरिक बदबू एवं कचरे से परेशान है साथ ही परिसर मे सुववरो का प्रकोप बढने से वे जगह जगह गंदगी करते तथा कचरा फैलाते है