धुलिया (वाहिद काकर). सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत लोगों को यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन लोगों पर यातायात विभाग की इस सलाह का कोई असर नहीं होता. परिणाम स्वरूप आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. इस दिनों धुनिया में यातायात सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. लेकिन इस सुरक्षा सप्ताह के पहले ही दिन धुलिया में एक भीषण सड़क हादसा हो गया. इस हादसे में पिता व उसके बेटे-बेटी की मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए. बताया जाता है कि यातायात नियमों को नजरंदाज कर ये चारों एक ही बाइक पर सवार हो कर जा रहे थे.
– ट्रक छोड़ कर चालक फरार
जानकारी के अनुसार तहसील थाना क्षेत्र के फागणा गांव मोड़ के समीप मंगलवार को टैंकर व बाइक की सीधी टक्कर में बाइक पर सवार पिता व उसके पुत्र-पुत्री की मौत हो गई. जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई है. पुलिस व ग्रामीणों के सहयोग से सभी को हिरे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां पत्नी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है और शेष तीनों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया.
– आमने-सामने से हुई टक्कर
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर एक बजे के करीब बाइक एमपी 46 एमएज 6573 बाइक पर सवार होकर मध्यप्रदेश के खेतियां गांव निवासी चौहान परिवार अमलनेर से शहर स्थित नगांव बारी में अपनी भतीजी के विवाह में शामिल होने जा रहा था. इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे टैंकर एमएच-43 वाय 5118 से बाइक की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई. इस टक्कर में बाइक पर सवार प्रेमचंद हंसराज चौहान (35) समेत उसके पुत्र अरविंद प्रेमचंद चौहान (07) व पुत्री विद्या प्रेमचंद (12) की मौत हो गई. बाइक पर सवार मृतक प्रेमचंद की पत्नी कौशल्या बाई प्रेमचंद (30) गंभीर रूप से घायल हो गई. घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर मृतकों व घायलों को ज़िला अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया, जबकि कौशल्याबाई को इलाज के लिए भर्ती कर लिया.
– नशे में था ट्रक चालक!
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए. प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि टैंकर चालक नशे था. लेकिन दूसरी ओर यह भी गंभीर बात है कि चौहान परिवार के चारों सदस्य एक ही बाइक पर सवार हो कर जा रहे थे, जो कि यातायात नियमों का उल्लंघन है.
– मातब में तब्दिल हुई खुशियां
यह परिवार अपनी भतिजी की शादी में शिरकत करने जा रहा था. इस कारण इस दुर्घटना की खबर मिलते ही शादी की खुशियां मातम में बदल गई. बताया जाता है कि चौहान परिवार फेरों के समय नहीं पहुंच पाया था और कन्यादान के समय प्रेमचंद की बहन सविता उसका इंतजार कर रही थी. देरी होने से जब सविता ने प्रेमचंद को फोन लगाया, तो पुलिस उप निरीक्षक तड़वी ने उन्हें हादसे के बारे में बताया.