पुणे. गाय की रक्षा, देश की रक्षा… गोमाता के सम्मान में हिंदू उतरे मैदान में… जनम-जनम का रिश्ता है, गाय हमारी माता है… गो हिंसा नहीं सहेंगे… आदि घोषणाएं करते हुए गाय की हत्या के लिए हो रही खरीद-फरोख्त बंद करनेवाला कानून रद्द ना किया जाए. इस मांग को लेकर समस्त हिंदू आघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर गाय के साथ आंदोलन किया.
समस्त हिंदू आघाड़ी के कार्याध्यक्ष मिलिंद एकबोटे ने बताया कि, कत्लखानों की वजह से हो रहा नुकसान आम जनता को पता नहीं, लेकिन सरकार, राज्यकर्ताओं को इस बारे में पूरी जानकारी है. पर्यावरण विभाग ने गाय, बैल और भैस की हत्या के लिए खरीदी-बिक्री ना हो, इसके लिए 23 मई 2017 को निर्देश जारी किया था. यह कानून रद्द होने की जानकारी हमें मिली है. ये कानून किसी भी स्थिति में रद्द ना हो, इसलिए यह आंदोलन किया गया है.
गोहत्या की वजह से हिंदू और मुस्लिम जनता में अविश्वास का वातावरण पैदा होता है. इस वजह से देश की राष्ट्रीय एकता खतरे में आ गई है. हिंदू धर्म में गोमाता को भगवान का दर्जा दिया जाता है. गोवंश हत्याबंदी का कानून पूरे देश में होना चाहिए.
इस समय गोरक्षक शिवशंकर सातपुते, प्रतीक गायकवाड, सौरभ करडे, अक्षय घोरपडे के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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