- एनडीए की 132वीं पासिंग आउट परेड संपन्न
- सुकोई, जगुआर और ध्रुव ने शानदार उड़ान भरी 3१२ कैडेट्स पास
पुणे (आशीष शुक्ला).भारत में अगर फिर से 26/11 जैसा आतंकवादी हमला होता है, तो हम दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. इसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं, यह हौसला नौसेना प्रमुख सुनील लंबा ने दिखाया. वह नेशनल डिफेन्स अकादमी के 132वें पासिंग आउट परेड के समारोह में बोल रहे थे.
देश के प्रतिष्ठत संस्थानों में से एक राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 132 वीं पासिंग आउट परेड खेत्रपाल ग्राऊंड में सुबह हल्की बारिश की बूंदों में 312 कैडेट्स के कदमताल के साथ शुरू हुई. सुकोई विमानों की सलामी के साथ मंगलवार को शानदार अंदाज में संपन्न हुई . इन 312 कैडेट्स में 211 कैडेट्स थल सेना में, 34 कैडेट्स नौसेना और 67 कैडेट्स वायु सेना में अपनी सेवाएं देंगे. इनमें से 11 कैडेट्स हमारे मित्र देशों में से थे जो अकादमी से मंगलवार को पास हुए. ये कैडेट्स अफगानिस्तान, भूटान, ताजकिस्तान,नाइजीरिया और रवांडा से थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नौसेना प्रमुख सुनील लंबा ने परेड की सभी टुकड़ियों का निरिक्षण किया. नौसेना प्रमुख ने अपने अथिति भाषण में सभी कैडेट्स को बधाई देते हुए उनको भविष्य में राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित होने के सदैव तत्पर रहने को कहा. सुनील लंबा ने साथ सभी विदेशी कैडेट्स बधाई देते हुए कहा कि, मुझे भरोषा है कि आप यहां से भारत के विषय में एक अच्छी और उत्तम छवि लेकर जाएंगे और यहां प्राप्त ज्ञान से अपने देश की सेवा करेंगे.
-कैडेट्स को पनाए मेडल
पासिंग आउट परेड के बाद नौसेना प्रमुख ने सभी श्रेणियों में प्रथम आने पर बटालियन कैडेट वीएस सैनी को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया वहीं अकैडमी कैडेट कैप्टन संयम द्विवेदी को रजत पदक और तृतीय स्थान पर आने पर बटालियन कैडेट कैप्टन अकाश को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया.
समारोह के समापन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि, आज भारत दुनिया की सबसे ताकतवार सेना में से एक है. हम हर तरह से किसी भी हमले के लिए तैयार है. भारतीय नौसेना की शक्ती प्रशांत महासागर से अटलांटिक महासागर तक फैली हुई है. उन्होंने आगे कहा कि, एक सेना मिलकर कभी भी युद्ध नहीं जीत सकती है इसलिए नौसेना, थलसेना और वायुसेना को एकसाथ आकर युद्ध लड़ना होगा. तीनों दाल एक साथ मिलकर अपनी ताकत को अपराजित बना सकते है. नौसेना के विषय में बताते हुए कहा कि, वर्तमान 41 युद्ध जहाज और पनडुब्बियां बनाई जा रही है.जो की जल्द ही नौसेना में शामिल हो जायेंगे.साथ ही उन्होंने स्वदेशी जहाज बनाने पर जोर दिया.
छात्रों ने जताई खुशी
सोनीपत के एक सामान्य परिवार से ताल्लुख रखनेवाले वीएस सैनी ने एनडीए से पास आउट होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, आज इस संस्था से पास होते समय बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है. अब से यह जीवन सिर्फ राष्ट्र के लिए समर्पित है. यहां से निकल कर मैं इन्फेंट्री ज्वाइन करना चाहूंगा. सैनी के पिता एक व्यापारी है और उनके दादा एक किसान है उसके वावजूद सैनी ने आर्मी स्कूल शिक्षा ग्रहण की और वही से सेना में भर्ती होने की प्रेरणा मिली.
केरला के आकाश ने आज न सिर्फ पासिंग आउट परेड की बल्कि अपने सपने को पूरा किया. अकाश ने बताया कि, उनके पिता एक कॉलेज प्रोफ़ेसर है और उन्होंने हमेशा उनका साथ दिया है. आकाश बचपन से वायु सेना में जाना चाहते थे और आज उनका यह सपना पूरा हो गया.
-‘सारंग’ टीम ने दिखाए हैरतअंगेज़ हवाई करतब
समारोह के अंत में हवाई जहाज की जांबांज टीम सारंग’ ने ‘ध्रुव’ हवाई जहाज के हैरतअंगेज करतब दिखा कर समारोह में उपस्थित सभी जनों को रोमांचित कर दिया. सारंग टीम ने चार हवाई जहाज से वह करिश्मा कर दिखया, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती.लगभग एक घंटे की इस हवाई करतब में इन जहाजों ने वहां मौजूद लोगों की सांसे रोक दी. आसमान में मिलो दूर से आते हुए ये लड़ाकू जहाज कभी एक दूसरे के बगल से निकल जाते तो कभी वह एक साथ आसमान में अलग- अलग दिशाओ में जाकर गोल गोल घूमने लगते. इन जहाजों ने शानदार प्रदर्शन कर भारत के कल के रक्षकों को शानदार बिदाई दी.